मऊ। जनपद में विभिन्न केंद्रों पर कोविड-19 टीकाकरण का महाअभियान चलाया जा रहा है, जिसमें चरणबद्ध तरीके से लोगों का टीकाकरण चलाया जा रहा है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सतीश चंद्र सिंह ने बताया कि गुरुवार को जिले के 9 टीकाकरण केंद्रों पर 18 सत्रों के माध्यम से 1953 रजिस्टर्ड कर्मियों में 1430 लोगों का टीकाकरण किया गया जो कुल संख्या का 73 फीसदी है।
उन्होंने बताया कि को-विन पोर्टल से पंजीकृत एसएमएस प्राप्त सभी लोग टीकाकरण केंद्र पर समय से पहुंच कर टीकाकरण का लाभ प्राप्त किया। कोविड–19 का यह टीका सबसे सुरक्षित टीका है। यह शरीर पर किसी तरह का गंभीर प्रभाव नहीं छोड़ता है ।उन्होंने बताया कि कोरोना का टीका लगने के बाद यदि तबीयत ठीक न लगना, थकान महसूस होना, कंपकंपी या बुखार सा महसूस होना, सिर दर्द, मितली, जोड़ो या मांसपेशियों में दर्द की इस तरह की समस्या आ रही है तो इसका मतलब यह टीका शरीर पर अपना असर कर रहा है।
कोविड-19 के सरकार के गाइड लाइन के साथ चेहरे पर मास्क
गुरुवार को सबसे पहले परदहां ब्लॉक की मुख्य सेविका गीता तिवारी ने बताया कि उन्हें कोविड-19 का टीका लगा। उन्हें इस टीकाकरण के बाद बहुत ही खुशी हुई और उन्होंने अपना प्रमाण पत्र भी प्राप्त किया। इसके बाद पूरे दिन कोविड-19 के सरकार के गाइड लाइन के साथ चेहरे पर मास्क, दो गज की दूरी, हैंड सेनेटाइज के साथ ग्राम भृमण का काम भी किया। लोगों तक सरकार की योजनाओं को पहुंचाया। बच्चों को भी हैंड वास आदि की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 28 दिन बाद अगला टीका लगने का इंतजार है, जिसके बाद शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होगा, जिससे कि उन्हें ग्राम भ्रमण और लोगों के बीच में जाने पर कोरोना वायरस का कम खतरा रहेगा।
गीता तिवारी ने अपने पंजीकृत स्वास्थ्य कर्मियों से अपील किया कि सभी लोग क्रमवार कोविड-19 का टीकाकरण अवश्य लगवायें अपने को भी सुरक्षित रखें। अपने परिवार के साथ अपने सहकर्मियों को भी कोरोना से सुरक्षित रखने में सहयोग प्रदान करें। दोहरीघाट स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सक डॉ. फैजान ने बताया कि उन्हें कोविड-19 का टीका लग गया है और वह पूरी तरह से स्वस्थ और सुरक्षित होकर प्रोटोकॉल के साथ, अपना कार्य कर रहे हैं उन्हें 28दिन बाद के दूसरे डोज का बेशब्री से इंतजार है, जिसके बाद उनका शरीर पूरी तरह से कोरोनावायरस से लड़ने में रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित कर लेगा।
स्वास्थ्य कर्मी मोहम्मद हसनैन ने बताया
स्वास्थ विभाग में काम करने वाले एक दूसरे स्वास्थ्य कर्मी मोहम्मद हसनैन ने बताया कि टीकाकरण का लाभ प्राप्त होने के बाद वह बड़े आराम से कार्य कर रहे हैं, उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं महसूस हुई और जो भी उन्होंने बातें टीकाकरण को लेकर सुनी वह झूठ साबित हुई। सीएमओ ऑफिस में कार्यरत उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी के डॉ. वकील अली ने बताया कि उन्होने महिला अस्पताल में सबसे पहले 22 जनवरी को कोविड-19 का टीका लगवाया था। उन्हें कोई परेशानी नहीं हुई। इसके बाद वह लगातार अपना काम कर रहे हैं। प्रतिदिन अस्पताल जाते हैं, सब कुछ पहले के जैसा है। वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है। टीकाकरण अवश्य कराएं।
स्वास्थ्य कर्मियों में खासा उत्साह
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. बीके यादव ने बताया कि जिले के सभी 9 टीका सत्र स्थलों पर समय से सभी लोग पहुंच गए और टीकाकरण का लाभ लेने वाले भी पहुंचने लगे और सबने टीका लगवाने में उत्साह दिखाया शाम 5बजे तक 73% लोग टीकाकरण से आच्छादित हुए।
कोल्ड चैन मैनेजर कामाख्या मौर्य ने बताया कि गुरुवार को दोहरीघाट ब्लॉक में के स्वास्थ्य केंद्र के सत्र स्थलों पर देखने को मिला कि कोविड-19 टीकाकरण लगवाने के लिए स्वास्थ्य कर्मियों में खासा उत्साह रहा और वे सभी सुबह ही पहुंच कर अपनी बारी का इंतजार करने लगे।
टीका लगवाने से पहले दें पूरी जानकारी
टीका लगवाने से पूर्व यदि एलर्जी, बुखार, रक्त बहने या रक्त पतला करने की कोई दवा ले रहे हैं, या प्रतिरक्षा क्षमता कम है तो संबंधित स्वास्थ्य अधिकारी को जानकारी दें। गर्भवती या स्तनपान करा रही महिलाओं को भी टीका लेने से पहले स्वास्थ्य अधिकारी पूरी जानकार देनी चाहिए। सीरम इंस्टीट्यूट की फैक्टशीट के अनुसार कोविशील्ड टीका 18 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों के लिए है। यह टीका उन लोगों को नहीं लगना है जिन्हें पहली खुराक के बाद गंभीर रूप से एलर्जी हुई हो।
इसके लिए चिकित्सक से परामर्श लें। कोविशील्ड से जुड़े प्रतिकूल प्रभाओं को लेकर सामान्य तौर थकान महसूस होना, कंपकंपी या बुखार सा महसूस होना, सिर दर्द, की शिकायत आम हो सकती है। वैक्सीन लगने के बाद कुछ घंटों में यदि कोई साइड इफेक्ट दिखता है तो इस बारे में वैक्सीन लगाने वाले को तत्काल जानकारी दें।