Thursday , March 23 2023

किसानों की सरकार के साथ आज 9वें दौर की मीटिंग में हुई मुख्य बाते

नई दिल्ली: कृषि कानून के खिलाफ किसान आंदोलन का आज 44वा दिन हो गए हैं. किसानों की सरकार के साथ आज 9वें दौर की मीटिंग विज्ञान भवन में चल रही है. सरकार की तरफ से बातचीत में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, रेल मंत्री पीयूष गोयल और वाणिज्य राज्य मंत्री सोम प्रकाश मौजूद हैं. किसानों ने कृषि कानून रद्द करने की मांग दोहराई, लेकिन कृषि मंत्री ने इनकार कर दिया.

इस मुद्दे में किसानों के तेवर भी तल्ख बने हुए हैं. किसान नेता बलबीर राजेवाल ने मंत्रियों से कहा, “आप जिद पर अड़े हैं. आप अपने-अपने सेक्रेटरी, जॉइंट सेक्रेटरी को लगा देंगे. नौकरशाह कोई न कोई लॉजिक देते रहेंगे. हमारे पास भी लिस्ट है. फिर भी आपका फैसला है. क्योंकि आप सरकार हैं. लोगों की बात शायद कम लगती है. जिसके पास ताकत है, उसकी बात ज्यादा होती है. इतने दिनों से बार-बार इतनी चर्चा हो रही है. ऐसा लगता है कि इस बात को निपटाने का आपका मन नहीं है. तो वक्त क्यों बर्बाद करना है. आप साफ-साफ जवाब लिखकर दे दीजिए, हम चले जाएंगे.

राज्यों पर छोड़ा जा सकता है कानून लागू करने का फैसला

कृषि कानूनों को लागू करने का फैसला केंद्र अब राज्य सरकारों पर छोड़ सकता है. डेरा नानकसर के मुखी बाबा लक्खा सिंह ने कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से गुरुवार को एक मीडिएटर के तौर पर मुलाकात की.

सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय मंत्री ने बाबा लक्खा सिंह को बताया कि सरकार अब एक प्रस्ताव तैयार कर रही है, जिसमें राज्य सरकारों को कृषि कानून लागू करने या न करने की छूट दी जाएगी.

चर्चा है कि आज की बैठक में केंद्र सरकार किसानों के सामने

किसान नेताओं से मिलने से पहले तोमर और गोयल ने गृह मंत्री अमित शाह के घर जाकर मुलाकात की थी.
कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि जब कानूनों के हर क्लॉज पर बात होगी तो समाधान निकलेगा. सरकार कानूनों में बदलाव के लिए तैयार है. हमें नतीजा निकलने की उम्मीद है.

किसानों ने कहा कि क्लॉज वाइज बात करने की कोई गुंजाइश नहीं है. सरकार को कानून वापस लेने की बात करनी चाहिए.
डेरा नानकसर के मुखी की कृषि मंत्री से ढाई घंटे चर्चा

कृषि मंत्री से मीटिंग के बारे में बाबा लक्खा सिंह ने बताया-

करीब पौने दो घंटे में कई अहम मुद्दों पर बात हुई. मैंने कृषि मंत्री से कहा कि अगर आप की बात किसी मुद्दे पर खत्म नहीं होती, तो क्या आप उन स्टेट को कानूनों से बाहर रख सकते हैं, जिनमें काफी विरोध है. इस बात को लेकर तोमर ने सहमति जताई. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर किसानों से बात करने को तैयार हैं. जो राज्य कानून को लागू करना चाहें, वे करें और जो नहीं चाहते वे नहीं करें.

पंजाब भाजपा के नेता अमित शाह से मिले

पंजाब में भाजपा नेताओं के घेराव और हमले को लेकर पूर्व मंत्री सुरजीत सिंह ज्याणी और हरजीत सिंह ग्रेवाल ने गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर बिगड़ती कानून व्यवस्था पर चिंता जताई. पहले प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अश्विनी शर्मा पर हमला हुआ, फिर पूर्व मंत्री तीक्ष्ण सूद के घर पर लोगों ने ट्रॉली भर गोबर फेंक दिया था.

Leave a Reply