अयोध्या। राम मंदिर ट्रस्ट की निर्माण समिति ने बताया है कि अयोध्या (उत्तर प्रदेश) में राम मंदिर के मुख्य ढांचे का निर्माण कार्य 1-जून से शुरू होगा। राजस्थान व कर्नाटक के पत्थरों का उपयोग मुख्य संरचना व गर्भगृह के निर्माण में किया जाएगा। ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा के मुताबिक, चबूतरे (प्लिंथ) का काम अगस्त तक पूरा होने का अनुमान है।
अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर (Ram Temple) का काम तेज से चल रहा है। अब एक बार फिर राम जन्मभूमि (Ram Janmabhoomi) निर्माण स्थल को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। जिसमें बताया गया है कि निर्माण स्थल पर एक जून को पहला पत्थर रखा जा सकता है। नींव का काम पूरा होने के बाद अब पत्थरों का काम जून से शुरू होगा।
राम जन्मभूमि निर्माण स्थल पर एक जून को पहला पत्थर रखा जा सकता है। बताया जा रहा है कि इस मौके पर मुख्यमंत्री को तीर्थ क्षेत्र न्यास की तरफ से आमंत्रण भेजा जाएगा. साथ ही कई साधु संत भी कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे। न्यास की कोशिश है कि दिसंबर 2023 तक गर्भगृह का काम पूरा कर लिया जाए।
मंदिर निर्माण कार्य में पत्थर बिछाने का कार्य किया जा रहा है और अब तक 5 लेयर बिछाया जा चुका है। इसे 7 लेयर तक बिछाया जाना है और यह काम जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। जिसके बाद अगले महीने जून से गर्भगृह का पत्थर लगाने का काम शुरू किया जाएगा।
मंदिर निर्माण कार्य के साथ-साथ चारों तरफ परकोटा बनाया जाएगा। परकोटे में 6 मंदिर बनाए जाएंगे, जिसमें एक मां सीता का मंदिर रहेगा। बाकी का जो मंदिर है, उसपर ट्रस्ट विचार कर रहा है. भगवान रामलला की गर्भगृह में लगने वाले पत्थरों को बंसी पहाड़पुर से लाया जा रहा है और उसकी नक्काशी भी वहीं की जा रही है, जिससे मंदिर के निर्माण कार्य की गति में कमी न हो।

Ayodhya Ram Temple : 1 जून को लगाया जा सकता है गर्भगृह का पहला पत्थर