नई दिल्ली: देश की सबसे पुरानी पार्टी मानी जाने वाली कांग्रेस के लिए हाल का समय बहुत अच्छा नही जा रहा है। पहले मध्यप्रदेश में ज्योतिराज सिंधिया ने पार्टी का साथ छोड़ कर भाजपा का हाथ थाम लिया तो अब पार्टी की दिग्गज नेता मानी जाने वाली खुशबू सुंदर ने भी पार्टी से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो गई है। इससे पहले खुशबू सोमवार को कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को इसे लेकर एक पत्र लिखा था। जिसमें खुशबू ने पार्टी के बड़े नेताओं पर उन पर दबाव बनाने का आरोप लगाया।
क्या लिखा था उन्होंने पत्र में
खुशबू सुंदर ने अपने पत्र में लिखा था कि, ‘पार्टी के अंदर कुछ तत्व उच्च स्तर पर बैठे हैं, जिनका जमीनी हकीकत या सार्वजनिक मान्यता से कोई जुड़ाव नहीं है, वो आदेश दे रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि मुझ जैसे लोग जो पार्टी के लिए काम करना चाहते हैं उनको दबाया जा रहा है। उन्होंने अपने पत्र में आगे कहा कि मैंने लंबे समय तक सोच विचार करने के बाद पार्टी छोड़ने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही उन्होंने पार्टी का राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाए जाने के लिए राहुल गांधी और अन्य नेताओं का धन्यवाद किया था।
तमिलनाडु की राजनीति पर नहीं पड़ेगा कोई फर्क
वहीं, तमिलनाडु कांग्रेस ने खुशबू सुंदर के इस फैसले को लेकर उन पर ‘वैचारिक प्रतिबद्धता’ की कमी का आरोप लगाया है। पार्टी ने कहा कि उनके इस फैसले से तमिलनाडु की राजनीति पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। खुशबू के भाजपा में शामिल होने की खबरों पर तमिलनाडु में एआइसीसी के प्रभारी दिनेश गुंडु राव ने कहा कि वह एक सप्ताह पहले तक भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना कर रहीं थीं। अब भाजपा में शामिल होना, जिसकी वह आलोचना कर रहीं थीं, यह बताता है कि खुशूब में वैचारिक प्रतिबद्धता नहीं है। उन्होंने कहा कि इस सबसे पार्टी पर कोई असर नहीं होगा। उन्होंने कहा क्योंकि खुशबू एक अभिनेत्री थीं, इसलिए हो सकता है मीडिया में कुछ दिन तक यह मुद्दा छाया रहे।
आपको बता दें कि राजनीति में आने से पहले खुशबू सुंदर दक्षिण भारतीय सिनेमा की जानी-मानी अभिनेत्री थीं। साल 2014 में उन्होंने कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की थी और उससे पहले 2010 में खुशबू सुंदर ने द्रमुक पार्टी का दामन थामा था। उस समय पार्टी तमिलनाडु की सत्ता में थी।