पटना: बिहार में विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे पास आते जा रहें हैं वैसे-वैसे राजनितिक पार्टियों की रणनीतिक जोड़-तोड़ सामने आने वाली हैं। इसी के चलते गुरुवार को भाजपा ने लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान को फाइनल अल्टीमेटम दे दिया है। चिराग अगर 25+2 के फॉर्मूले पर तैयार होते हैं तो ठीक नहीं तो भाजपा आगे उन्हें किसी भी बात को लेकर तरजीह देने के मूड में नहीं है।
करीबी सूत्रों की मानें तो भाजपा और जदयू के बड़े नेताओं के बीच हुई बातचीत में यह फॉर्मूला तैयार किया गया है। 25+2 का मतलब है कि विधानसभा में चिराग को लड़ने के लिए 25 सीटें दी जाएगी और एनडीए की तरफ से लोजपा के दो नेताओं को विधान परिषद भेजा जाएगा। अल्टीमेटम के 24 घंटे बीत चुके हैं और अब तक चिराग की तरफ से कोई जवाब नहीं आया है।
बता दें कि जदयू नेता ललन सिंह और आरसीपी सिंह दिल्ली में हैं। उनकी भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और बिहार भाजपा प्रभारी भूपेंद्र यादव के साथ लगातार बात हो रही है। दोनों पार्टियों के बड़े नेताओं की बैठक में यह साफ हो चुका है कि भाजपा और जदयू दोनों बराबर सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। हालांकि, जदयू लगातार ज्यादा सीटों की डिमांड कर रही थी लेकिन दूसरे दलों के एनडीए में शामिल होने के चलते अब यह मुमकिन नहीं दिखाई पड़ता है। चिराग को लेकर भी अभी कोई फाइनल फैसला नहीं हुआ है। जदयू और भाजपा सिर्फ चिराग को दिए अल्टीमेटम का वक्त समाप्त होने का इंतजार कर रही है। सूत्रों के मुताबिक अगर चिराग नहीं मानते हैं तो भाजपा और जदयू आपस में सीटें बांट लेगी।
42 सीटों की मांग पर अड़े हैं चिराग
वहीं लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान लंबे समय से यह बात कह रहे हैं कि जिस तरह लोकसभा चुनाव में सीटों का बंटवारा हुआ था ठीक उसी तरह विधानसभा में भी सीटें मिलनी चाहिए। वे विधानसभा चुनावों में 42 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहतें हैं। हालहि में लोजपा के बड़े नेता सूरजभान सिंह एक फॉर्मूला लेकर आए थे जिसमें उन्होंने 34 सीटों की बात कही थी और यह भी कहा था कि इसमें 20 सीटें अपनी पसंद की लेंगे। भाजपा और जदयू इसको लेकर राजी नहीं है।
कुशवाहा को 5 तो मांझी को मिल सकतीं हैं 3 सीट
सूत्रों की मानें तो अगर कुशवाहा महागठबंधन छोड़कर एनडीए में आते हैं तो उन्हें 5 सीटें मिल सकती है। वहीं, मांझी को तीन सीटें मिलने की संभावना है। भाजपा और जदयू इस बात सहमत हैं दोनों नेता अपनी पसंद की सीटें ले सकते हैं।