गोरखपुर। शारदीय नवरात्र शनिवार से शुरू हो गए हैं। नवरात्र की प्रतिपदा से गोरक्षपीठाधीश्वर गोरखनाथ मंदिर में कलश स्थापना करने के लिए योगी आदित्यनाथ गोरखनाथ मंदिर पहुंचे है। इस दौरान गोरखनाथ बाबा की पूजा अर्चना करने के बाद सीएम योगी ने अपने गुरू महंत अवेद्यनाथ के दर्शन किए।
आज शाम पांच बजे गोरखनाथ मंदिर में परंपरागत रूप से कलश यात्रा मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ की अगुवाई में निकाली जाएगी। मंदिर के सभी पुजारी, योगी, वेद पाठी बालक, पुरोहित एवं श्रद्धालु इस यात्रा में शामिल होंगे। कलश यात्रा के दौरान शिव, शक्ति और बाबा गोरखनाथ के अस्त्र त्रिशूल को मुख्यमंत्री योगी की बजाय मंदिर के मुख्य पुजारी योगी कमलनाथ लेकर चलेंगे।
दरअसल परंपरा के अनुसार त्रिशूल लेकर चलने वाले को नौ दिन मंदिर में ही रहना होता है। उसके बाद मठ के प्रथम तल पर कलश की स्थापना कर मुख्यमंत्री योगी मां भगवती की उपासना करेंगे। मुख्यमंत्री अष्टमी की रात्रि यानी 23 अक्तूबर को फिर गोरखपुर आएंगे। इस दिन वह गोरक्षपीठाधीश्वर के रूप में महानिशा पूजन करेंगे। इसके बाद दशहरे तक उनके गोरखपुर में ही रहने की उम्मीद है।