नई दिल्ली: मुस्लमान समुदाय के लिए हज उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि हिन्दू समाज में चार धाम की यात्रा लेकिन तत्कालीन परितिथ्यों को देखते हुए केंद्र सरकार हज 2021 को लेकर विचार विमर्श कर रही है। केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि हम हज 2021 को लेकर आवेदन सहित अन्य सभी कार्यों पर विचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘हम अक्टूबर-नवंबर से हज 2021 के लिए आवेदन जमा करने सहित प्रक्रिया शुरू करने पर विचार कर रहे हैं। हम सऊदी अरब के दिशानिर्देशों का इंतजार करेंगे और उम्मीद करेंगे कि तीर्थ यात्रा हो।’ बता दें कि इस साल कोरोना महामारी को लेकर हज यात्रा करना संभव नहीं था, कई तरह के नियम लागू किए गए थे।
सऊदी अरब ने यात्रियों नहीं भेजने का किया था अनुरोध
इससे पहले जून महीने में नकवी ने कहा था कि भारत सरकार ने फैसला किया है कि हज 2020 के लिए भारत से लोगों को सऊदी अरब नहीं भेजा जाएगा। उन्होंने कहा था कि कोरोना वायरस के कारण सऊदी अरब ने इस साल हज पर यात्रियों को नहीं भेजने का अनुरोध किया। इसके बाद हज यात्रा पर लोगों को नहीं भेजने का फैसला लिया गया। बता दें कि सऊदी अरब ने कहा था कि इस साल की हज को रद्द नहीं किया जाएगा, लेकिन कोरोना वायरस के कारण ‘बहुत सीमित संख्या’ में लोगों को यहां आने की अनुमति दी जाएगी। इनमें वहीं देश के लोग मौजूद रहने की बात कही गई थी।
कोरोना के चलते अंतरराष्ट्रीय उड़ानें थी बंद
कोरोना महामारी को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय उड़ानें बंद कर दी गई थी। आपको बता दें कि हर साल हज के लिए सऊदी अरब के मक्का में आमतौर पर दुनियाभर से 20 लाख के करीब मुस्लिम जुटते हैं। वैश्विक महामारी कोरोना के खिलाफ जारी भारत की जंग के बीच मुस्लिम धर्मगुरुओं और समाजसेवियों ने सुखद पहल की थी। उन्होंने मुस्लिम समुदाय से आह्वान किया था कि वे हज के लिए जुटाए धन को देश सेवा में लगाएं। उनके मुताबिक यह सही अर्थो में देश और समाज की सेवा होगी और इससे पवित्र यात्रा हज से कहीं ज्यादा सवाब मिलेगा।