नई दिल्ली : कृषि कानून के विरोध में किसानों का आंदोलन अभी भी जारी है. इसी बीच किसानों की आत्महत्या के मामले में भी लगातार बढ़ रहें हैं. इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के एक किसान ने कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या कर ली.
आंदोलनकारी किसानों के समर्थन में आए पंजाब के एक वकील अमरजीत सिंह ने रविवार सुबह हरियाणा के बहादुरगढ़ में जहरीला पदार्थ निगल लिया. जिसके बाद आनन फानन में उन्हें रोहतक के पीजीआई में भर्ती कराया गया. जहां उनकी मौत हो गई. उनके पास से सुसाइड नोट के तौर पर प्रधानमंत्री मोदी को लिखा एक पत्र बरामद हुआ है. जिसमें उन्होंने तीनों कृषि कानूनों को किसान विरोधी बताया है और कहा है कि किसान मजदूर और आम आदमी की रोटी मत छीनिए.
सीएमओ झज्जर डॉ. संजय दहिया ने बताया कि बहादुरगढ़ के नागरिक अस्पताल में वे करीब 9 बजकर 22 मिनट पर पहुंचे. प्राथमिक दवा देने के बाद डॉक्टरों ने उन्हें पीजीआई रोहतक रेफर कर दिया. जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.