मुंबई। मुंबई में सोमवार (01 फरवरी) से दोपहर 12 से 4 बजे और रात 9 से आखिरी लोकल तक आम यात्रियों के लिए लोकल में यात्रा की सुविधा शुरू हो जाएगी। सुबह पहली लोकल से 7 बजे तक आम यात्री लोकल की सुविधा का लाभ उठा सकेंगे, लेकिन फिर सुबह 7 बजे से 12 बजे तक सिर्फ आवश्यक कार्यों में लगे कर्मचारियों के लिए ही लोकल की सुविधा कायम रहेगी। साथ ही शाम 4 बजे से रात 9 बजे तक भी आम यात्रियों को लोकल में यात्रा करने का मौका नहीं मिलेगा। लोकल सेवा मुंबई के लिए लाइफलाइन समझी जाती है और इसलिए समय की पाबंदियों के बावजूद लोकल शुरू होने से आम यात्री काफी राहत महसूस कर रहे हैं। इसके साथ ही रेस्टोरेंट और बाजार खुलने के नियमों में भी ढील दी गई है।
अब रात में रेस्टोरेंट 11 बजे की जगह 1 बजे तक खुले रह सकेंगे। इसके अलावा अब रात में दुकानें अब 11 बजे तक खुलेंगी। अभी भी 30 फीसदी कर्मचारियों को ऑफिस आने का निर्देश दिया गया है। वहीं सार्वजनिक स्थानों पर मास्क लगाने के साथ सामाजिक दूरी का पालन करना भी जरूरी है।
पीक आवर में आम यात्रियों को इजाजत नहीं
आम यात्रियों के मन में सबसे बड़ा सवाल ये है कि जब लोकल की यात्रियों को सबसे ज्यादा जरूरत होती है, तभी लोकल में आम यात्रियों के लिए पाबंदी क्यों रखी गई है। आम तौर पर मुंबई में लोग ऑफिस के लिए घर से सुबह आठ से नौ बजे के बीच निकलते हैं, लेकिन अब उन्हें सुबह 7 बजे तक अपनी यात्रा पूरी कर लेनी होगी क्योंकि उन्हें सुबह सात से बारह बजे तक लोकल में यात्रा करने की मनाही है।
ऐसा ही शाम के वक्त भी किया गया है। शाम पांच बजे से सात-आठ बजे तक लोग ऑफिर से घर की तरफ लौटते हैं। इसी दौरान राज्य सरकार ने आम यात्रियों को लोकल में यात्रा करने की छूट पर पाबंदी रखी है। यानी आम यात्री को अभी भी शाम चार बजे से नौ बजे तक लोकल में यात्रा करने के लिए इंतजार करना पड़ेगा।
महिलाओं को पहले ही मिल चुकी है छूट
कुछ समय पहले ही महिलाओं को लोकल में यात्रा करने की छूट दे दी गई थी, हालांकि सिर्फ साथ में बच्चों को ले जाने की इजाजत नहीं दी गई थी। अब सोमवार से आम यात्रियों को भी समय की पाबंदियों के साथ लोकल में यात्रा करने की छूट दी जा रही है। बस सोशल डिस्टेंसिंग और कोरोना के नियमों का पालन करना जरूरी होगा। आम यात्रियों के लिए ये दिलासा दिलाने वाली खबर है, लेकिन कई लोगों का ये भी आग्रह है कि कम से कम वरिष्ठ नागरिकों के लिए समय की पाबंदी नहीं लगाना चाहिए और उन्हें किसी भी वक्त यात्रा करने की छूट मिलनी चाहिए।
पिछले दस महीने से आम यात्रियों के लिए लोकल सेवा बंद थी। इस बीच कई आर्थिक और सामाजिक गतिविधियां लगभग ठप्प पड़ गई थीं, क्योंकि आम मुंबईकरों के लिए लोकल से बेहतर यात्रा की सुविधा कोई और नहीं है। लोकल सेवा बंद होने की वजह से लोगों को प्राइवेट वाहनों से या महंगे सार्वजनिक वाहनों से सफर करना पड़ रहा था जो काफी महंगा हो रहा था। लोकल शुरू होने की ये खबर आम मुंबईकरों के लिए एक बड़ी राहत बन कर सामने आई है।