लखनऊ: पूर्व समाजवादी पार्टी की सरकार के सिंचाई विभाग के चीफ इंजीनियर रहे रुप सिंह यादव और क्लर्क राजकुमार यादव को CBI ने शुक्रवार को गिरफ्तार किया है. दोनों लखनऊ में गोमती नदी पर बने रिवर फ्रंट में हुए घोटाले में आरोपी हैं. दोनों को कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। CBI जल्द ही इस घोटाले के अन्य आरोपियों की भी गिरफ्तारी करने की तैयारी में
40 फीसदी काम अधूरा ही रहा
दरअसल गोमती रिवर फ्रंट के लिए सपा सरकार ने 1,513 करोड़ रुपए स्वीकृत किए थे, जिसमें से 1437 करोड़ रुपए जारी होने के बाद भी मात्र 60 फीसदी काम ही हुआ. 95 फीसदी बजट जारी होने के बाद भी 40 फीसदी काम अधूरा ही रहा. आरोप है कि डिफाल्टर कंपनी को ठेका देने के लिए टेंडर की शर्तों में बदलाव किया गया था. पूरे प्रोजेक्ट में करीब 800 टेंडर निकाले गए थे, जिसका अधिकार चीफ इंजीनियर को दे दिया गया था.
दिसंबर 2017 में रिवर फ्रंट घोटाले में CBI ने FIR दर्ज की थी
योगी सरकार ने घोटाले की जांच के लिए हाईकोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस आलोक सिंह की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई थी. कमेटी की रिपोर्ट पर ही इस प्रकरण में एक्शन शुरू हुआ था. दिसंबर 2017 में रिवर फ्रंट घोटाले में CBI ने FIR दर्ज की थी. यह FIR एक्सईएन रूप सिंह यादव, सुरेंद्र सिंह यादव, मुख्य अभियंता काजिम अली, शिव मंगल यादव, अधीक्षण अभियंता कमलेश्वर सिंह और तत्कालीन मुख्य अभियंता गुलेस चंद समेत 8 लोगों के खिलाफ हुई थी. CBI ने जिन 8 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है, उनमें से 7 लोग विभाग से रिटायर्ड हो चुके हैं. इन सभी लोगों के खिलाफ अधिशाषी अभिवित्तीय अनियमितता और कथित भ्रष्टाचार के धाराओं में केस दर्ज हुआ था.
गोमती रिवर फ्रंट प्रोजेक्ट में घोटाले की जांच CBI से करवाने की सिफारिश योगी सरकार ने 2017 जुलाई में की थी. सिफारिश में न्यायिक जांच समिति की रिपोर्ट, गोमतीनगर थाने में दर्ज FIR की कॉपी व अन्य दस्तावेज भी प्रारूप के साथ भेजे गए थे.
2017 में 19 जून को गोमतीनगर थाने में 8 इंजीनियर्स के खिलाफ FIR दर्ज
इस मामले में सिंचाई विभाग की तरफ से साल 2017 में 19 जून को गोमतीनगर थाने में 8 इंजीनियर्स के खिलाफ FIR दर्ज करवाई गई थी. सूत्रों की मानें तो तत्कालीन सिंचाई मंत्री शिवपाल सिंह यादव, मुख्य सचिव आलोक रंजन, तत्कालीन प्रमुख सचिव वित्त राहुल भटनागर, प्रमुख सचिव सिंचाई दीपक सिंघल, शिवपाल के करीबी अधिशासी अभियंता रूप सिंह यादव समेत कई बड़ों पर जांच की आंच आ सकती है.