नई दिल्ली: भारतीय रेलवे ने यात्रियों को लंबी वेटिंग लिस्ट की समस्या का समाधान करने का फैसला किया है। इस फैसले से एक से डेढ़ महीने की चल रही वेटिंग लिस्ट से लोगों को निजात मिल जाएगी और यात्री आराम से कंफर्म बर्थ पर यात्रा कर पाएंगे। इसके लिए इंडियन रेलवे क्लोन ट्रेन चलाने जा रही है।
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन वी के यादव ने 12 सितम्बर से चलने वाली चलने वाली 80 नई स्पेशल ट्रेनों की घोषणा के साथ ही क्लोन ट्रेनों को चलाने का भी ऐलान किया। यादव ने कहा कि विभाग वर्तमान में चल रही सभी ट्रेनों की निगरानी करेगा और इस बात का पता लगाएंगे कि किन ट्रेनों में वेटिंग लिस्ट ज्यादा लंबी है।
अगर लम्बी वेटिंग लिस्ट रही तो चलेगी क्लोन ट्रेन
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन वी के यादव ने कहा कि स्पेशल ट्रेन के लिए जब भी जरूरत होगी, जहां भी वेटिंग लिस्ट लंबी होगी, हम मूल ट्रेन के बाद उसी तरह की एक और (क्लोन) ट्रेन चलाएंगे ताकि यात्री उसमें यात्रा कर सकें। ऐसे में वेटिंग लिस्ट वाले यात्रियों के लिए यात्रा करना आसान हो जाएगा। फिलहाल यूपी और बिहार से आने वाली कुल तीन-तीन ट्रेनों में एक से डेढ़ महीने की वेटिंग लिस्ट चल रही है। अब रेलवे बोर्ड की ओर से कहा गया है कि डिमांड वाले रूट पर क्लोन ट्रेनें चलाई जाएंगी।
जाने- कैसे चलेगी क्लोन ट्रेन
वर्तमान समय में जिस भी ट्रेन में वेटिंग लिस्ट बहुत ज्यादा है, उसके लिए एक और ट्रेन की व्यवस्था की जाएगी। इस ट्रेन का नंबर भी वही होगा और वह मुख्य ट्रेन के प्रस्थान के एक घंटे बाद चलेगी। क्लोन ट्रेनें भी उसी रूट पर और उसी प्लैटफॉर्म से जाएंगी, जो वेटिंग लिस्ट वाले यात्रियों को लेकर जाएंगी। इससे वेटिंग टिकट वाले यात्री करीब-करीब उसी समय पर बिना किसी परेशानी के अपने गंतव्य स्थान तक पहुंच जाएंगे।
उदाहरण के तौर पर समझा जाए तो लखनऊ से नई दिल्ली के लिए चलने वाली शताब्दी एक्सप्रेस में अगर ज्यादा वेटिंग लिस्ट होती है तो रेलवे उसके प्रस्थान करने के एक घंटे या कुछ देर बाद उसी नंबर की एक और ट्रेन दिल्ली के लिए चलाएगा, जिसमें बिहार सम्पूर्ण क्रांति के वेटिंग लिस्ट टिकट वाले यात्रियों को यात्रा का मौका मिलेगा।