नई दिल्ली: कोरोना संकट के बाद केंद्र और राज्य सरकारों की ओर से आम लोगों की जिंदगीं को पटरी पर लाने के अथक प्रयास किए जा रहे हैं। अब इसी कड़ी में भारतीय रेलवे ने एक और कोशिश करते हुए शनिवार (12सितंबर) से 80 स्पेशल ट्रेनों को चलाने का निर्णय लिया है। इन ट्रेनों के लिए रिजर्वेशन की प्रक्रिया 10 सितंबर को चालू की गई थी। यात्रा के लिए रिजर्वेशन जरूरी होगा और बिना रिजर्वेशन वाले यात्रियों को स्टेशन में एंट्री नहीं दी जाएगी। यात्रियों को ट्रेन के समय से कम से कम 90 मिनट पहले स्टेशन पर पहुंचना होगा, ताकि कोरोना वायरस से जुड़े प्रोटोकॉल को पूरा किया जा सके।
ये ट्रेनें पहले से चलाई जा रही 230 स्पेशल ट्रेनों के अलावा हैं। इसके साथ रेल पटरियों पर दौ़ड़ने वाली स्पेशल ट्रेनों की कुल संख्या 310 हो जाएगी। जिन ट्रेनों को चलाने का एलान किया गया है उनमें वाराणसी वंदे भारत एक्सप्रेस, लखनऊ शताब्दी और गोरखपुर व प्रयागराज हमसफर एक्सप्रेस शामिल हैं।
रेलवे के अनुसार यात्रियों की बढ़ती मांग को देखते हुए इन 40 जोड़ी ट्रेनों को चलाने का फैसला किया गया है। इन सभी स्पेशल ट्रेनों में यात्रियों की संख्या पर नजर रखी जाएगी। जिन रूट की ट्रेनों में वेटिंग लिस्ट लंबी होने लगेगी, वहां वैकल्पिक तौर पर एक क्लोन या डुप्लीकेट ट्रेन चलाई जाएगी। क्लोन ट्रेनों के संचालन की प्रक्रिया की शुरआत अगले 10 दिनों के भीतर कर दी जाएगी। 40 जोड़ी में से 12 जोड़ी ट्रेनें ऐसी हैं जो दिल्ली के अलग-अलग स्टेशनों से चलेंगी, और 4 जोड़ी ट्रेनें दिल्ली से होकर गुजरेंगी।
जान लें क्या होंगे यात्रा के नियम
रेलवे की ओर से चलाई गई स्पेशल ट्रेनों में यात्रा के लिए दिशा-निर्देश भी जारी किए है। तो यदि आप यात्रा करने का विचार कर रहें हैं तो इन नियमो को जान लेना आवश्यक है।
- स्टेशन, ट्रेन पर चढ़ते वक्त और यात्रा के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन करना बेहद जरूरी होगा।
- यात्रियों को हर समय मास्क पहने रहना होगा।
- यात्रा के दौरान किसी भी श्रेणी में यात्रियों को चादर और कंबल उपलब्ध नहीं कराया जाएगा।
- इन ट्रेनों के किराए में कैटरिंग चार्जेस शामिल नहीं हैं।
रेलवे ने यात्रियों को कम सामान लेकर यात्रा करने तथा अपना खाना/पानी साथ लेकर करने को कहा है। एक बार अपनी गंतव्य स्टेशन पर पहुंचने के बाद यात्रियों को उस राज्य के कोविड प्रोटोकॉल्स का पालन करना होगा।