दिल्ली: कांग्रेस पार्टी के नए अध्यक्ष के चुने जाने को लेकर कल 6 घंटे चली लम्बी बैठक के बाद जहां सोनिया गाँधी को एक बार फिर कांग्रेस की कार्यकारिणी समिति का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिया गया। इसके बाद यह कयास लगायी जा रही थी कि कांग्रेस में लम्बे समय से चल रहे अंदरूनी कलह का अंत हो जाएगा, लेकिन आज कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने एक ट्वीट कर अंदरूनी कलह की अफवाहों को हवा दे दी। सिब्बल ने ट्वीट कर कहा कि,”यह किसी पद की बात नहीं है। यह मेरे देश की बात है जो सबसे ज्यादा जरूरी है।”
It’s not about a post
It’s about my country which matters most— Kapil Sibal (@KapilSibal) August 25, 2020
कपिल सिब्बल के इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में कयासबाजियों का दौर शुरू हो गया है। बता दे कि सोनिया गांधी को फिर से अंतरिम अध्यक्ष चुने जाने के बाद सोमवार को कपिल सिब्बल, शशि थरूर सहित कुछ वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने गुलाम नबी आजादी के आवास पर बैठक की। यह वही नेता है जिन्होंने संगठन में बदलाव को लेकर सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखी थी।
राहुल ने चिट्ठी लिखने वाले नेताओं साधा था निशाना
बैठक में राहुल ने पार्टी में नेतृत्व के मुद्दे पर सोनिया गांधी को पत्र लिखने वाले नेताओं पर निशाना साधा और कहा कि जब पार्टी राजस्थान एवं मध्य प्रदेश में विरोधी ताकतों से लड़ रही थी और सोनिया गांधी अस्वस्थ थीं। तो उस समय ऐसा पत्र क्यों लिखा गया। राहुल ने चिट्ठी लिखने वाले वरिष्ठ नेताओं पर भाजपा से साठगांठ का आरोप भी लगाया था, आरोप सिद्ध होने पर गुलाम नबी आजाद, कपिल सिब्बल जैसे दिग्गज नेताओं ने इस्तीफे की पेशकश कर दी। हालांकि बाद में राहुल ने अपने लगाये गए आरोपों पर सफाई देते हुए हर किसी को फ़ोन किया और उनसे बात कर अपनी बात रखी कि उनका आरोप उन लोगों के लिए था जो कांग्रेस के हितों की अनदेखी कर रहे हैं।
विपक्ष ने ली चुटकी
इस पूरे प्रकरण के बाद विपक्ष के कई नेताओं ने टिप्पणी कर कांग्रेस की अंदरूनी कलह की बात पर चुटकी लेते हुए तंज कसा। मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि, ” CWC की बैठक में अध्यक्ष पद को लेकर जो कुछ हुआ वह सब स्क्रिप्टेड था। हास्यास्पद यह रहा कि इतने पुराने कांग्रेसी कपिल सिब्बल,गुलाम नबी आजाद जैसे नेता भी गद्दारों की श्रेणी में आ गए। कांग्रेस में अगर लोकतंत्र होता तो शाम तक गुलाम आजाद हो जाते।”
CWC की बैठक में अध्यक्ष पद को लेकर जो कुछ हुआ वह सब स्क्रिप्टेड था। हास्यास्पद यह रहा कि इतने पुराने कांग्रेसी कपिल सिब्बल,गुलाम नबी आजाद जैसे नेता भी गद्दारों की श्रेणी में आ गए। कांग्रेस में अगर लोकतंत्र होता तो शाम तक गुलाम आजाद हो जाते: म.प्र. गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा pic.twitter.com/kT41ZQeGEj
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 25, 2020
तो वही AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि,”गुलाम नबी आज़ाद जब कभी हैदराबाद आते मुझपर और मेरी पार्टी पर इल्जाम लगाते कि आप भाजपा का साथ दे रहे हैं भाजपा की ‘बी’ टीम हैं। आज उनकी पार्टी के राहुल गांधी ने उन्हें कहा है कि आपने पार्टी लेटर पर साइन कर भाजपा का साथ दिया।”
#WATCH गुलाम नबी आज़ाद जब कभी हैदराबाद आते मुझपर और मेरी पार्टी पर इल्जाम लगाते कि आप भाजपा का साथ दे रहे हैं भाजपा की 'बी' टीम हैं। आज उनकी पार्टी के राहुल गांधी ने उन्हें कहा है कि आपने पार्टी लेटर पर साइन कर भाजपा का साथ दिया…: AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी pic.twitter.com/Of8VXmSgNG
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 24, 2020