दिल्लीः किसान किसी भी किमत पर समझौता करने को तैयार नही है। इस बीच सरकार भी किसी तरह बीच का रास्ता निकालने कि कोशिश कर रही है। किसानों की मांग है कि सरकार तीनो कृषि कानुनों तो वापिस ले इसी को लेकर किसानो का कृषि कानुन के खिलाफ आंदोलन जारी है। इसी बीच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में केंद्रीय कैबिनेट की बैठक जारी। कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बैठक में उन प्रस्तावों पर भी मुहर लगेगी, जो किसानों को भेजी जानी हैं
मीडिया रिपोर्ट की माने तो सरकार किसान एमएसपी और एपीएमसीपी पर किसानों की बात मान सकती है। सरकार एमएसपी लिखित भरोसा देने को तैयार है। साथ ही किसानों पर दर्ज केस भी वापस ले सकती है। सरकार पराली और बिजली अध्यादेश भी वापस लेने के लिए तैयार है। दोपहर दो बजे बीजेपी प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगी।
राकेश टिकैत सिंधु बार्डर किसानों के राकेश टिकैत सिंधु बार्डर किसानों के साथ बैठक करने जा रहे। किसान आंदोलन को लेकर आगे कि रणनीति तय की जाएगी।
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा, ‘हम अपनी बैठक में रणनीति बनाएंगे और केंद्र सरकार के प्रस्ताव पर चर्चा करेंगे। किसान पीछे नहीं हटेंगे, यह उनके सम्मान की बात है। क्या सरकार कानून वापस नहीं लेगी? क्या अत्याचार होगा? अगर सरकार जिद्दी है, तो किसान भी हैं। कानून वापस लेना होगा।’
आपको बताता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 13 किसान नेताओं के साथ एक बैठक की है और सरकार क्या चाहती है ये साफ बता दिया है सरकार ने साफ कह दिया है कि किसी भी कीमत पर कानून वापस नहीं होंगे। हालांकि सरकार किसानों को आज एक लिखित प्रस्तावना दे सकती है, जिसमें संसोधन की बात होगी