Wednesday , March 22 2023

जानिए चीन क्यों ख़ास है रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का यह LAC दौरा

कोलकाता: चीन से लम्बे समय से जारी सीमा विवाद के बीच रविवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह एक बार फिर पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के दौरे पर हैं। चीन से जारी गतिरोध के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवने पूर्वोत्तर के दो दिवसीय दौरे पर हैं। सिंह ने दशहरे के मौके पर एलएसी के पास नाथुला दर्रे पर सैनिकों के साथ शस्त्र पूजन किया। गौरतलब है कि चीन से तनातनी के बीच रक्षा मंत्री का यह दौरा बेहद ही महत्वपूर्ण है।

दार्जिलिंग में शस्त्र पूजन समारोह में सैनिकों को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि, भारत हमेशा अपने सभी पड़ोसी देशों के साथ अच्छे संबंध चाहता है, हमने हमेशा उसी के लिए प्रयास किया है। लेकिन हमारे जवानों को समय-समय पर अपनी सीमाओं, अखंडता और सार्वभौमिकता की रक्षा के लिए अपने जीवन का बलिदान करना पड़ा है। इस बार गलवान घाटी में बिहार रेजिमेंट के हमारे 20 जवानों ने अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए खुद को बलिदान कर दिया आपकी वजह से देश और उसकी सीमाएं सुरक्षित हैं।

दो दिवसीय दौरे पर दार्जिलिंग पहुंचे राजनाथ सिंह

ऐसा माना जा रहा है कि उनके दौरे से सैनिकों का मनोबल बढ़ेगा। सिंह और जनरल नरवने शनिवार देर शाम सुकना सैन्य शिविर पहुंचे। दोनों दार्जिलिंग और सिक्किम की दो दिवसीय यात्रा पर हैं। रविवार सुबह रक्षा मंत्री और सेना प्रमुख विशेष विमान से सिक्किम के लिए रवाना होंगे और वहां एलएसी से लगे अग्रिम क्षेत्रों (फारवर्ड एरिया) का दौरा करेंगे। इस दौरान सैनिकों से बातचीत करेंगे। रक्षा मंत्री सिंह दशहरे के मौके पर रविवार को एलएसी के पास नाथुला दर्रे पर सैनिकों के साथ शस्त्र पूजन भी करेंगे। रक्षा मंत्री यहां पर सैनिकों से मुलाकात कर उन्हें संबोधित भी करेंगे।

इसके साथ ही अपनी यात्रा के दौरान सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की ओर से निर्मित बुनियादी ढांचा परियोजना का उद्घाटन करेंगे। सिंह सुरक्षा बलों की तेज आवाजाही के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे के विकास पर विशेष जोर दे रहे हैं। इस महीने की शुरुआत में पश्चिमी, उत्तरी और पूर्वोत्तर सीमाओं के करीब संवेदनशील क्षेत्रों में सड़कों और पुलों की कनेक्टिविटी के एक नए युग की शुरुआत करते हुए सिंह ने बीआरओ द्वारा निíमत 44 प्रमुख स्थायी पुलों का उद्घाटन किया था।

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