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लता मंगेशकर ने इस वजह से नहीं की ताउम्र शादी, जानिए क्या था कारण

नई दिल्ली: लता मंगेशकर 28 सितंबर को अपना 91वां जन्मदिन मना रही है। उन्हें अपने बेहतरीन गानों के लिए कई उपाधियों से नवाजा जा चुका है। भारत रत्न लता मंगेशकर का छह दशकों का गायकी का करियर उपलब्धियों से भरा है। उनकी आवाज ने संगीत की दुनिया को सुरों से सजाया है।

30 से ज्यादा भाषाओं में  हजारों गानों में अपनी आवाज का जादू चलाया है

छह दशक से हिन्दुस्तान की आवाज बन चुकी लता ने 30 से ज्यादा भाषाओं में फिल्मी और गैर फिल्मी हजारों गानों में अपनी आवाज का जादू चलाया है। लता का जन्म 28 सितंबर, 1929 को एक मध्यम वर्गीय मराठा परिवार में हुआ। मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में जन्मीं लता पंडित दीनानाथ मंगेशकर की बड़ी बेटी हैं। लता का पहला नाम ‘हेमा’ था,आज हम आपको बता रहे हैं किस तरह भारत की सबसे महान पार्श्व गायिका राजस्थान के डूंगरपुर की महारानी बनते -बनते रह गई।

राज सिंह डूंगरपुर लता मंगेशकर के भाई हृदयनाथ मंगेशकर के दोस्त थे

लता मंगेशकर का नाम के एल सहगल, सी रामचंद्र ,भूपेंद्र हजारिका और निदेशक असित सेन के साथ भी जुड़ा, लेकिन जिनको लता मंगेशकर दिल से चाहती थी वह थे राजस्थान के डूंगरपुर के राजकुमार और जाने-माने क्रिकेटर राज सिंह डुंगरपुर। राज सिंह डूंगरपुर लता मंगेशकर के भाई हृदयनाथ मंगेशकर के दोस्त थे और उनका मंगेशकर परिवार के घर आना जाना था।

राज लता को मिट्ठू कहकर पुकारते थे

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लता मंगेशकर और राज सिंह की मुलाकात एक क्रिकेट स्टेडियम में हुई थ। राज लता को मिट्ठू कहकर पुकारते थे। दोनों धीरे धीरे बेहद करीब आ गए दोनों को अक्सर एक साथ देखा जाने लगा और दोनों के अफेयर की खूब चर्चा होने लगी बात शादी तक पहुंच गई। लेकिन उनकी शादी के बीच राज सिंह द्वारा अपने पिता को दिया गया एक वचन बीच में आ गया।
राज सिंह शादी के लिए अपने पिता को नहीं मना सके। नतीजतन लता और राज की प्रेम कहानी अधूरी ही रह गई और सुरों की रानी असल जिंदगी में महारानी बनते बनते रह गई।

राज सिंह डुंगरपुर 12 सितंबर 2009 को स्वर्ग सिधार गए

अपने रिश्ते को विवाह के अंजाम तक पहुंचाने में नाकाम रहे लता और राज बुरी तरह से टूट गए। इसका नतीजा यह हुआ कि दोनों ने आजीवन शादी न करने का फैसला कर लिया। दोनों आजीवन कुंवारे रहे और यह साबित किया कि उनके लिए एक दूसरे से बेहतर कोई दूसरा नहीं बना था। राज सिंह डुंगरपुर 12 सितंबर 2009 को स्वर्ग सिधार गए और इस तरह इस प्रेम कहानी का अंत हो गया।

13 साल की छोटी सी उम्र में उनके सिर से पिता का साया उठ गया

हालांकि लता मंगेशकर से कई बार जब यह सवाल किया गया कि उन्होंने शादी क्यों नहीं की तो उन्होंने परिवार की जिम्मेदारियों का हवाला देकर बात को टाल दिया। आपको बता दें कि लता मंगेशकर पांच भाई बहनों में से सबसे बड़ी हैं और 13 साल की छोटी सी उम्र में उनके सिर से पिता का साया उठ गया था सारे परिवार की जिम्मेवारी लता मंगेशकर के सिर पर थी इसलिए वह अपने निजी जीवन में कभी झांक नहीं पाई।

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