नई दिल्ली: एक लम्बे इंतज़ार के बाद मिर्ज़ापुर अमेज़न प्राइम वीडियो की फ्लैगशिप वेब सीरीज़ मिर्ज़ापुर का दूसरा सीज़न रिलीज़ हो गया है. तय समय से पहले रिलीज़ वेब सीरीज़ को लेकर सोशल मीडिया पर मिलाजुला रिएक्शन देखने को मिल रहा है. कुछ लोग इसकी जमकर तारीफ कर रहे हैं, तो कुछ इसे औसत बता रहे हैं. दैनिक जागरण के रिव्यू में वेब सीरीज़ को 2.5 स्टार मिले हैं. अब लोगों के सामने सवाल है कि कालीन भइया और गुड्डू पंडित क्या पहले सीज़न को पीछे छोड़ पाए हैं? आइए जानते हैं.
आईएमडीबी की रेटिंग क्या कहती है?
इस सवाल का जवाब जानने के लिए हमने आईएमडीबी रेटिंग का रुख़ किया. ऐसे में अगर पहले सीज़न की बात करें, तो अलग- अलग एपिसोड को अलग- अलग रेटिंग मिली है. पहले सीज़न की बात करें, तो अधिकतम रेटिंग आख़िरी एपिसोड ‘योग्य’ को मिला है. इसे 8.9 की रेटिंग दी गई. वहीं, सबसे खराब रेटिंग तीसरे एपिसोड वफादार को 7.9 मिली है.
दूसरे सीज़न की बात करें, तो निराशा हाथ लगती है. सबसे अच्छी रेटिंग पहले और दूसरे एपिसोड की दी गई. यह रेटिंग 6.9 की है, जो पहले सीज़न के सबसे ख़राब रेटिंग से भी कम है. वहीं, सबसे खराब रेटिंग 7वें एपिसोड को 6.1 की मिली है. कुल मिलकार कहें, तो शायद फैंस को पहले सीज़न की तरह दूसरा सीज़न पसंद नहीं आया है. लोगों को ज्यादा उम्मीद थी.
क्या आएगा तीसरा सीज़न?
इस बार कहानी में कई नए किरादर जुड़े हैं. अंत में गुड्डू पंडित ( अली फज़ल) को मिर्ज़ापुर की गद्दी मिल जाती है. वहीं, मुन्ना त्रिपाठी (दिव्येंदु शर्मा) की कहानी ख़त्म हो जाती है. हालांकि, घायल कालीन भइया (पंकज त्रिपाठी) को शरद शुक्ला ( अंजुम शर्मा) अपने साथ ले जाते हैं. ऐसे में उम्मीद की जा सकती है कि तीसरे सीज़न में कालीन भइया शरद के सहारे वापसी कर सकते हैं.