केवडिया: सरदार पटेल की 145वीं जयंती के मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने गुजरात दौरे के दुसरे दिन शनिवार को केवडिया में स्टेच्यू ऑफ यूनिटी के पास हुए एकता दिवस के प्रोग्राम को संबोधित किया। इसमें धारा 370 और पुलवामा हमले की बात की। पीएम मोदी ने बिना किसी का नाम लिए विपक्ष पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, “देश कभी भूल नहीं सकता कि पुलवामा हमले के बाद जब वीर बेटों के जाने से पूरा देश दुखी था, तब कुछ लोग उस दुख में शामिल नहीं थे। वे पुलवामा हमले में भी अपना राजनीतिक स्वार्थ खोज रहे थे।”
पुलवामा हमले के पर हुई भद्दी राजनीति
प्रधानमंत्री मोदी ने एकता दिवस पर जनता को संबोधित करते हुए कहा कि देश कभी भूल नहीं सकता कि जब वीर बेटों के जाने से पूरा देश दुखी था तब कुछ लोग उस दुख में शामिल नहीं थे। वो पुलवामा हमले में भी अपना राजनीतिक स्वार्थ खोज रहे थे। देश भूल नहीं सकता कि कब कैसी-कैसी बातें कही गईं, कैसे-कैसे बयान दिए गए। देश भूल नहीं सकता कि जब देश पर इतना बड़ा घाव लगा था तब स्वार्थ और अहंकार से भरी भद्दी राजनीति कितने चरम पर थी। उस समय उन वीरों की तरफ देखते हुए मैंने विवादों से दूर रहते हुए सारे आरोपों को झेलता रहा। भद्दी-भद्दी बातें सुनता रहा। मेरे दिल पर वीर शहीदों का गहरा घाव था।
पड़ोसी ने कबूला सच
लेकिन, पिछले दिनों पड़ोसी देश से जो खबरें आईं हैं, वहां की संसद में सत्य स्वीकारा गया है, उससे इन लोगों का असली चेहरा देश के सामने आ गया है। अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए ये लोग किस हद तक जा सकते हैं। पुलवामा हमले के बाद की गई राजनीति इसका उदाहरण है।
‘राजनीतिक दल देश-विरोधी ताकतों के हाथों में न खेलें’
सरदार साहब के प्रति श्रद्धा है तो देशहित है
ऐसे दलों और लोगों से विशेष आग्रह करूंगा कि सरदार साहब के प्रति श्रद्धा है तो देशहित में, देश की सुरक्षा के हित में हमारे सुरक्षाबलों के मनोबल के लिए ऐसी राजनीति नहीं करें, ऐसी चीजों से बचें। अपने स्वार्थ के लिए जाने-अनजाने आप देश विरोधी ताकतों के हाथों में खेलकर, उनका मोहरा बनकर, न आप देश का हित कर पाएंगे, न अपने दल का। हमें याद रखना है कि हमारे लिए सर्वोच्च हित देश-हित है।
कश्मीर को लेकर पूरा हुआ सरदार साहब का सपना
सरदार पटेल को याद करते हुए पीएम मोदी ने धारा 370 की बात भी छेड़ी। उन्होंने कहा, देश में कई ऐसे काम हुए हैं जो असंभव मान लिए गए थे। कश्मीर से धारा 370 हटने का एक साल पूरा हो गया है। सरदार साहब के रहते उन्हें ही यह जिम्मेदारी दे दी जाती, तो यह काम हमें नहीं करना पड़ता। कश्मीर से 370 हटाना सरदार साहब का सपना था। कश्मीर अब विकास के रास्ते पर बढ़ चुका है।
‘कोरोना काल में दिखाई एकजुटता ही पटेल को सच्ची श्रद्धांजलि’
“हमारे कोरोना वॉरियर्स, कई पुलिसकर्मियों ने दूसरों की जिंदगी बचाने के लिए अपना जीवन दे दिया। इतिहास कभी इस स्वर्णिम पल को भुला नहीं सकेगा। ये देश की एकता की ही ताकत थी कि जिस महामारी ने दुनिया को मजबूर कर दिया, लेकिन हमें मजबूती दी। इसी एकजुटता की कल्पना सरदार पटेल ने की थी। ये उनको सच्ची श्रद्धांजलि है।