शाहजहांपुर : उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में स्थित एक प्राइवेट स्कूल इन दिनों काफी सुर्खियां बटोर रहा है, वजह है यहां का प्रबंधन. दरअसल, गरीब बच्चों के हित के लिए स्कूल के टीचर्स दो घंटे की पाठशाला लगाकर बच्चों को पढ़ाते हैं. इस कक्षा में केवल वहीँ बच्चे शामिल होते हैं जिनकी माता-पिता की आंखों में ये सपना होता है कि उनके बच्चे पढ़-लिख कर दुनिया के साथ कदम से कदम मिला कर चले.
वर्तमान में शिक्षा ले रहे हैं 220 बच्चे
बता दें कि यहां के टीचर्स इन बच्चों को मुफ्त पढ़ाते है. वर्तमान में यहां 220 बच्चे शिक्षा ले रहे हैं. कभी इन बच्चों के लिए ABCD.. पढ़ पाना मुश्किल था, अब वे आम बच्चों की तरह अंग्रेजी बोलते हैं. बच्चों को पढ़ाने के लिए स्कूल आने वाली टीचरों का कहना है कि, सब कुछ पैसा नहीं होता है. हम चाहते हैं कि गरीब बच्चों का भविष्य संवार दें. क्योंकि ऐसा करने से दिल को सुकून मिलता है.
इस पहल की शुरुआत माधव राव सिंधिया पब्लिक स्कूल ने शुरू की है. स्कूल के डायरेक्टर ने बताया कि कोरोनाकाल में सबसे ज्यादा नुकसान बच्चों का हुआ है. ऐसे में सोचा गया कि गरीब बच्चों के लिए भी कुछ किया जाए. इस पहल को लेकर टीचरों से भी बात की गई तो उनका उत्साह दिखाया. सभी शिक्षक बिना किसी अतिरिक्त पेमेंट के गरीब बच्चों को पढ़ाने के लिए तैयार हो गए. शुरुआत के दो माह पहले सात बच्चों से पाठशाला लगाईं गई. लेकिन अब 220 बच्चे इस कक्षा में शामिल होते है. जिसमें 15 से 18 साल की आयु के बच्चे शामिल हैं.
कोविड19 की गाइडलाइन का रखा जा रहा है पूरा खयाल
इतना ही नहीं पाठशाला में बच्चों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बैठाया जाता है और उनको मास्क और सैनिटाइजर भी दिया जाता है. बता दें कि इस काम में कुल 7 टीचर अपना सहयोग करते हैं. ये सभी टीचर दिन में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट तक के बच्चों को पढ़ाते हैं. बाद में 2 घंटे की पाठशाला में गरीब बच्चों को निशुल्क पढ़ाने आते हैं.