देश को दहला देने वाला निर्भया सामूहिक रेप कांड हर किसी की जहन में है और वहीं पूरे देश को इंसाफ का इंतज़ार भी था l निर्भया के सभी आरोपियों को 7 साल बाद पटियाला हाउस कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई है l वहीं निर्भया को इंसाफ मिलने के फैसले से पूरा देश खुश है। तिहाड़ जेल प्रशासन ने यूपी जेल राज्य मंत्री को पत्र लिखकर मेरठ जेल के जल्लाद पवन की सेवाएं लेने की अनुमति मांगी थी। वहीं प्रदेश के जेल राज्यमंत्री ने इसके लिए अनुमति दे दी है। निर्भया के गुनहगारों को तिहाड़ जेल में 22 जनवरी सुबह 7 बजे फांसी के फंदे पर लटकाया जाएगा। वहीं दोषियों के वकीलों ने कहा कि वो क्यूरेटिव पिटीशन और राष्ट्रपति से दया याचिका दायर करेंगे।
आपको बता दें कि दिल्ली के मुनीरका में 16 दिसंबर 2012 को बस में 6 दरिंदों ने सामूहिक दुष्कर्म किया था l इतना ही नहीं दुष्कर्म करने के बाद लड़की को निर्वस्त्र हालत में चलती बस से नीचे फेंक दिया। वारदात के वक्त पीड़िता का दोस्त भी बस में था। इसके बाद पीड़िता को सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया।जहाँ हालत में सुधार नहीं होने की वजह से 29 दिसंबर, 2012 को सिंगापुर भेजा गया। वहां इलाज के दौरान पीड़िता की मौत हो गई ।