बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव आज अपना 73वां जन्मदिन मना रहे है। वैसे तो लालू प्रसाद के जीवन में बहुत सारी ऐसी खास बाते है जिन्हे लोग जानना चाहते है पर हम आपको उनसे संबंधित एक खास वाकया बताते है की आखिर क्यों जिस स्कूल से पढ़ाई की अपने CM बनते ही उस स्कूल का नाम बदल दिया।
अपनी आत्मकथा” गोपालगंज से रायसीना” “मेरी राजनीतिक यात्रा” में लालू यादव ने लिखा था की मिलर स्कूल के प्रिंसिपल नंदकिशोर सहाय को जब मैंने बताया कि मैं गरीब परिवार से हूं और मेरे पास किताबें और स्टेशनरी के पैसे नहीं हैं तो उन्होंने मेरे लिए स्कॉलरशिप की व्यवस्था कर दी मैं हर दिन 5 किलोमीटर पैदल चलकर स्कूल जाता था खेलों में मैं बढ़-चढ़कर भाग लेता था खासकर फुटबॉल में।
जब लालू प्रसाद यादव बिहार के मुख्यमंत्री बने तो सबसे पहले उन्होंने स्कूल का नाम बदलने का आदेश दिया लालू यादव का कहना था कि मुझे लगता है स्कूल का नाम बिहार के किसी सम्मानित व्यक्ति के नाम पर होना चाहिए इसलिए उन्होंने मिलर स्कूल का नाम बदलकर देवीपद चौधरी के नाम कर दिया जिन्होंने भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान अपनी जान गवाई थी। लालू देवीपद चौधरी भी मिलर स्कूल के ही छात्र थे।