नई दिल्ली। टिक-टॉक एक ऐसा ऐप है जिसमें लोग छोटे-छोटे वीडियो बनाकर शेयर करते हैं. भारत में बीते कुछ सालों से टिक-टॉक का क्रेज काफी बढ़ गया था. जिसे पाता नही कितने लोगों की विडियो बनाते वक्त जान चली गई । लोगों को टिक-टॉक का ऐसा नशा चढ़ा कि एक पल भी बिना इसके नही रह पा रहे थे ।
Tik Tok एक फिर से भारत में एंट्री करने की तैयारी में
फिर जब भारतीय सेना और लद्दाख की गलवान घाटी हिंसक टकराव में भारतीय सेना के एक अधिकारी समेत 20 जवान शहीद हो गए. तो लोगो का गुस्सा फुटा और चीनी एप पर बैन लगाने का विरोध शुरू कर दिया । तो केंद्र सरकार ने ऐप पर बैन लगाने का आदेश दिया था। लोगों का कहना था कि टिक-टॉक की वजह से समाज में अश्लीलता फैल रही है और युवा पढ़ाई छोड़कर फेमस होने के लिए पूरा दिन टिक-टॉक वीडियो बनाते रहते हैं. अब इस ऐप को मद्रास हाई कोर्ट के आदेश के बाद भारत में बैन कर दिया गया है. अब आप इसे गूगल प्लेस्टोर या एप्पल स्टोर से डाउनलोड नहीं कर सके।29 जून से टिक टॉक ऐप भारत में बैन है और इसके साथ ही चीन के कई और ऐप्स बैन किए गए थे.
भारत के बाद अमेरिका ने भी लगा दिया टिकटॉक पर बैन
लेकिन खबर आ रही है कि भारत से बैन Tik Tok किए जाने के बाद अब फिर से भारत में एंट्री करने की तैयारी में दिख रहा है. टेक क्रंच की एक रिपोर्ट के मुताबिक मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड टिक टॉक में निवेश करने को लेकर बातचीत कर रही है।
रिपोर्ट के मुताबिक़ रिलायंस और टिक टॉक की पेरेंट कंपनी बाइटडांस डील को लेकर दोनों कंपनियां पिछले महीने के आख़िर से बातचीत कर रही हैं, लेकिन अब तक ये डील फ़ाइनल नहीं हुई है.
टेक क्रंच ने सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट में कहा है कि भारत में टिक टॉक की वैल्यू 3 बिलियन डॉलर से ज़्यादा की लगाई जा रही है. हालांकि दोनों कंपनियों की तरफ़ से इसे लेकर कोई भी स्टेटमेंट जारी नहीं किया गया है.अमेरिका में माइक्रोसॉफ़्ट टिक टॉक को ख़रीदने की तैयारी में है. डील फ़ाइनल अगले महीने होने की उम्मीद है. ध्यान देने वाली बात ये है कि माइक्रोसॉफ़्ट टिक टॉक का बिज़नेस अमेरिका, कनाडा और न्यूज़ीलैंड जैसे देशों के लिए ही ख़रीद रही है.
अगर रिलायंस इंडस्ट्रीज़ टिक टॉक का बिज़नेस भारत में ख़रीदती है तो इससे दोनों कंपनियों को फ़ायदा होगा. भारत में टिक टॉक से बैन भी हट जाएगा और वीडियो स्पेस में रिलायंस जियो का दबदबा भी कायम हो सकेगा