मुंबई: कोरोना संकटकाल के बीच नीट-जेईई परीक्षा कराने की तैयारी में जुटी केंद्र सरकार को विपक्ष के साथ – साथ कई छात्र संगठनों का भी विरोध का सामना करना पड़ रहा है। नीट और जेईई परीक्षों को लेकर कई छात्र संगठनों ने हालात को देखते हुए अभी इन परीक्षाओं को टालने की मांग की। जिसे कई राजनीतिक पार्टियों का समर्थन भी मिला।
कोरोना काल में हजारों प्रवासी मजदूरों और छात्रों को उनके घर पहुँचने वाले सोनू सूद भी छात्रों के समर्थन में उतर आए हैं। सोनू ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि देश में कोरोना के हालात को देखते हुए छात्रों को परीक्षा के लिए बाहर निकले पर मजबूर नही किया जाना चाहिए। उन्होंने मंगलवार को ट्वीट कर कहा कि,”देश में कोरोना की मौजूदा स्थिति को देखते हुए मैं सरकार से नीट-जेईई एग्जाम को स्थगित करने की अपील करता हूं! कोरोना की स्थिति को देखते हुए हमें ज्यादा ध्यान देना चाहिए और छात्रों की जान को जोखिम में नहीं डालना चाहिए।”
It's my request to government of India, to postpone the #Neet/#JEE exams in the current situation of the country! In the given #COVID19 situation, we should care utmost & not risk the lives of students! #PostponeJEE_NEETinCOVID@EduMinOfIndia @PMOIndia
— sonu sood (@SonuSood) August 25, 2020
सोनू ने बिहार के छात्रों की स्थिति को ध्यान में रख कर आगे कहा “नीट-जेईई परीक्षा में बैठने वाले बच्चे सुदूर इलाकों से आते हैं।बिहार के किसी गांव में बाढ़ है तो किसी जिले में पूरी बंदी। हां,परीक्षा जरूरी है लेकिन उन युवा कंधो की हिफ़ाज़त भी उतनी ही जरूरी है।पूरे विश्व में सबकुछ प्रकृति के सामने ठहर गया तो परीक्षा को कुछ वक्त के लिए टालना चाहिए।”
#NEETJEE परीक्षा में बैठने वाले बच्चे सुदूर इलाकों से आते हैं।बिहार के किसी गांव में बाढ़ है तो किसी जिले में पूरी बंदी। हां,परीक्षा जरूरी है लेकिन उन युवा कंधो की हिफ़ाज़त भी उतनी ही जरूरी है।पूरे विश्व में सबकुछ प्रकृति के सामने ठहर गया तो परीक्षा को कुछ वक्त के लिए टालना चाहिए pic.twitter.com/QABfYbPcsX
— sonu sood (@SonuSood) August 25, 2020
परीक्षाओं पर सरकार ने दी सफ़ाई
अगले महीने होने वाली नीट-जेईई परीक्षाओं को लेकर मीडिया से बात करते हुए शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कोरोना काल में इंजीनियरिंग और मेडिकल पाठ्यक्रमों के लिए अखिल भारतीय परीक्षा आयोजित करने के निर्णय का बचाव किया, उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि “बच्चों के माता-पिता लगातार पूछ रहे थे कि जेईई और नीट एग्जाम की मंजूरी क्यों नहीं दे रहे हैं। स्टूडेंट्स अपने भविष्य को लेकर चिंतित थे। वे कह रहे थे कि कितने समय तक सिर्फ तैयारी जारी रखेंगे।”

केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने आगे कहा कि जेईई के लिए रजिस्टर 8.58 लाख छात्रों में से 7.25 लाख उम्मीदवारों ने अपने एडमिट कार्ड डाउनलोड कर लिए हैं। हम छात्रों के साथ हैं।उनकी सुरक्षा पहले हो, फिर उनकी शिक्षा।
सरकार ने जारी किए दिशा- निर्देश
आपको बता दें कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी जेईई मेन और नीट परीक्षा आयोजित कराने के लिए पूरी तरह से तैयार है। जेईई मेन परीक्षा 1 सितंबर से 6 सितंबर तक आयोजित की जाएगी, जबकि नीट परीक्षा (NEET 2020) 13 सितंबर को होगी,छात्रों को एडमिट कार्ड में सोशल डिस्टेंसिंग के सारे नियम बताए गए हैं।
- परीक्षा केंद्र पर सभी छात्र, फैकल्टी और स्टाफ को सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करना होगा।
- सभी छात्रों को 6 फीट की दूरी बनाकर रखनी होगी।
- छात्रों तथा फैकल्टी मेंबर और स्टाफ का परीक्षा केंद्र में घुसने से पहले तापमान मापा जाएगा।
- जिन छात्रों का तापमान 37.4C/99.4F से कम होगा उसी को परीक्षा केंद्र में जाने की अनुमति होगी।
- जिनको बुखार या तापमान ज़्यादा होगा उनके लिए एक अलग कमरे का इंतज़ाम किया गया है, जिसमें बैठकर वो परीक्षा दे सकेंगे।