कनपुर। कोरोना वायरस का प्रकोप लगातार जारी है। सरकार ने कोरोना से बचने के लिए लॉकडाउन लगाया। जिसकी वजह से बड़े स्तर पर लोग बेरोजगार हुए, कोविड-19 से बेशक परिवार बच गए हो, लेकिन जो कसर रह गई वो लॉकडाउन लगने के बाद आर्थिक तंगी ने पैदा कर दी। बेरोजगारी की बढ़ती समस्या के चलते लगातार युवाओं से लेकर किसानों तक आर्थिक तंगी की वजह से लगातार आत्महत्या करते जा रहे हैं।
ताजा मामला गुरूवार को कानपुर के चकेरी थाना क्षेत्र के ओमपुरवा गांव से सामने आया है, जहां पति राकेश की नौकरी चले जाने के बाद उनके परिवार पर आर्थिक संकट छा गया, पैसों को लेकर पति राकेश से पत्नी अर्चना के बीच (तू-तू मैं-मैं) विवाद होने लगा झगड़े व आर्थिक संकट के बीच नौकरी खोजने की बहुत कोशिश की लेकिन नौकरी नही मिली। और परेशान होकर पति पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली ।
मृतक की मां ने कहा कि बेटे और बहू के बीच असीम प्रेम था लॉकडाउन लगने की वजह से बेटे की नौकरी चली गई जिसके बाद तनाव के चलते राकेश अपनी पत्नी अर्चना से बात बात में झगड़ने लगा कोई भी बात की जाती तो क्रोधित हो गुस्सा करने लगाता बुधवार को भी पति पत्नी के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ।
लेकिन पड़ोसियों के शांत करने की वजह से वह शांत हो कमरे में चले गए। कुछ समय बाद बुजुर्ग मां जब ऊपर कमरे में गई उन्हें फंदे से लटके बेटी और बहू को देख चीखते चिल्लाते चक्कर खाकर गिर गई। मां ने कहा कोरोना वायरस से तो बच गए लेकिन lock-down ने उनका परिवार बर्बाद कर दिया।बता दे कि उनके साथ उनके परिवार में 5 वर्षीय अंश, 10 वर्षीय बेटी आदिति और उनकी बुजुर्ग रहती थी। पुलिस जांच कर रही है।
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