बिहार। बेतिया में दो लड़कियों ने समलैंगिक विवाह किया और साथ रहने की गुहार लेकर नगर थाना में देर शाम पहुंची। अपने को पति-पत्नी बताते हुए सुरक्षा की गुहार लगाने लगी। दोनों लड़कियों ने बताया कि उन्होने समलैंगिक विवाह जालंधर के न्यायालय में की है।
दोनों एक-दूसरे के बगैर नहीं रह सकते हैं। लेकिन उनके परिवार वाले इस रिश्ते को मानने से इन्कार कर रहे हैं। जिसपर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पत्नी के घरवालो से पूछताछ की तो लड़की के घरवालों ने अपनी बेटी से किसी भी तरह का रिश्ता रखने से इन्कार कर दिया।
पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था के बीच दोनों प्रेमीयुगल को रामनगर स्थित पति के घर पर भेज दिया है। बेतिया की रहने वाली इसरत के पिता हजरत ने बताया कि उनका परिवार जालंधर में रहता था वहीं पड़ोस में बगहा के रामनगर की रहने वाली नगमा खातून भी रहती थी और दोनों एक-दूसरे से प्यार करने लगे इसके बाद दोनों ने शादी कर ली। हालांकि घरवालों ने दोनों को समझाने का बहुत प्रयास किया लेकिन दोनों एक-दूसरे के साथ जीने-मरने को तैयार थीं।
समलैंगिक विवाह करने वाले इस प्रेमी जोड़े के प्यार की नाव
नगर थानाध्यक्ष राकेश कुमार भाष्कर ने बताया कि नगमा व उसकी पत्नी इसरत को रामनगर स्थित उसके घर पर पुलिस की सुरक्षा में भेज दिया है। ऐसे में देखना होगा कि अब पति बनी नगमा के घरवाले अपनी बेटी की बहू को स्वीकार करते हैं या फिर समलैंगिक विवाह करने वाले इस प्रेमी जोड़े के प्यार की नाव कहां तक पहुंचती है।
लिहाजा बेतिया जैसे छोटे से शहर में ऐसी घटना को देखकर पुलिस के साथ साथ आम लोग भी हैरान हैं और इस रिश्ते को गलत बता रहें हैं यह अलग बात है कि कोर्ट ने इस तरह के संबंध को मान्यता दे दी हैं लेकिन सामाजिक स्तर पर अभी भी समलैंगिंक विवाह करने वाले लोगों के लिए राह आसान नहीं है।
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