मऊ। शहर हो या गावं दोनों जगह आवारा पशुओं की समस्या नासूर बनती जा रही है, लेकिन प्रशासन इसे लेकर बिल्कुल भी गंभीर नहीं दिख रहा। आए दिन आवारा पशुओं की धमाचौकड़ी की चपेट में आकर निर्दोष लोग अपने हाथ-पैर तुड़वाने को मजबूर है तो वाहनों को भी नुकसान पहुंच रहा है।
पूरा मामला मऊ रासेपुर शहीद तिराहा का है । जहां सैकड़ों की संख्या में आवारा पशुओं का मुक्य मार्ग पर इकठ्ठा हो जाने से सड़क दुर्घटना होने की आशंका प्रतिदिन बानी रहती है, रसेपुर – आजमगढ़ मुख्य मार्ग होने से आने – जाने वाले राहगीरों को आवारा पशुओं की वजह से समस्याओं का सामना करना पड़ता है। वही वहाँ के बाजार वासियों ने बताया कि साग सब्जी बेचने वाले लोगो को भी पशु परेशान कर देते है।
स्थानीय लोगों ने यह भी बताया की इन्हीं आवारा पशुओं की वजह से सड़क पर जाम लग जाता है, जाम लगने से आने जाने वाले मुसाफिरों को समस्या का सामना करना पड़ता है बताया गया है कि दिन में तो कम संख्या में लेकिन रात में ज्यादा संख्या में आवारा पशु इकठ्ठा हो जाते हैं, वही आस पास के खेतों में भी आवारा पशुओं की वजह से फसलों की बहुत हानि होती है।
अगर सरकार इन पशुओं की कोई हल नही निकलेगी तो दिन प दिन आवारा पशुओं के बड़ने से आम लोगो को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा, और जो फसलों का नुकसान होगा वो अलग होगा, और मुख्य मार्ग पर आवारा पशुओं का भारी जमावड़ा होने से बाजार वासी व आने जाने वाले राहगीरों को भी भारी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा, आये दिन मुख्य मार्ग पर जमावड़ा से जाम की स्थिति बनी रहती है, और लोगो को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ता ।
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