लखनऊ: उत्तर प्रदेश में होने वाले उपचुनाव से पहले ही कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगा है। एक तरफ जहां कांग्रेस उत्तर प्रदेश में अपनी जड़े मज़बूत करने में लगा हुआ है तो वही गुरुवार को उन्नाव से पूर्व सांसद तथा पार्टी की वरिष्ठ नेता अन्नू टंडन ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
अन्नू टंडन ने ट्वीट करते हुए कही ये बात
उन्नाव में कांग्रेस की जड़ मजबूत करने के अभियान में काफी जोर-शोर से लगीं अन्नू टंडन के इस्तीफा देने से पार्टी को बड़ा झटका लगा है। अपना इस्तीफा ट्वीट करते हुए उन्होंने प्रदेश नेतृत्व से कोई तालमेल न होने और सहयोग न मिलने के आरोप लगाए हैं। अन्नू टंडन ने कहा है कि पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा से बातचीत से भी आगे का कोई रास्ता नहीं निकल सका। उन्होंने कहा कि आज तो मैंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से अपना इस्तीफा दे दिया है। इस संबंध में मैंने अपना बयान भी साझा किया है। अब मुझे मेरे सभी शुभचिंतकों का प्यार और आशीर्वाद चाहिए।
अन्नू ने उठाया नेतृत्व पर सवाल
Today, I have submitted my resignation from the Indian National Congress. My statement with regard to this is being shared by me. Need love and blessings of all my well wishers!🙏 pic.twitter.com/iyArB2fNPf
— Annu Tandon (@AnnuTandonUnnao) October 29, 2020
उन्होंने कहा कि उन्हें इतना दुख 2019 का लोकसभा चुनाव हारने का नहीं हुआ जितना की पार्टी संगठन की तबाही और बिखराव देखकर हो रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस का नेतृत्व सोशल मीडिया मैनजमेंट और व्यक्तिगत ब्रांडिंग में लीन है। पार्टी और वोटरों के बिखर जाने से उनको कोई मतलब नहीं है। पूर्व सांसद ने कहा कि नेक इरादों के बावजूद मेरे कुछ सहयोगी और बेहद ही अस्तित्वहीन व्यक्ति मेरा झूठा प्रचार कर रहे हैं। तकलीफ तब होती है, जब शिकायत के बाद भी पार्टी का नेतृत्व कोई प्रभावी कदम नहीं उठाता है। मेरी बात पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी से भी हुई कोई भी विकल्प या आगे का रास्ता नहीं निकल पाया। यूपी और अन्य राज्यों के वरिष्ठ नेता भी असहाय नजर आए।
अभी भविष्य का फैसला नहीं
अब समाजवादी पार्टी में जाने की चर्चा पर उन्होंने कहा कि अभी कुछ तय नहीं है। अब आगे का फैसला तो सोच समझ कर लूंगी। 2014 के लोकसभा चुनाव में अन्नू टंडन चौथे और 2019 के चुनाव में तीसरे नम्बर पर रहीं थीं।