बाराबंकी। कृषि कानून के खिलाफ किसानों का भारत बंद जारी है. भारत बंद उत्तर प्रदेश के कई जिलो में भी इसका असर दिख रहा है. कई राजनीतिक दल इस बंद के समर्थन में हैं और सड़कों पर उतरे हैं। वही उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जनपद में भी किसानों का आन्दोलन तेज होता जा रहा है, हजारों ट्रालियों में धान लादकर किसान बाराबंकी मुख्यालय पर छः दिनों से डेरा जमाये हुए हैं।
आपको बता दें कि बाराबंकी मुख्यालय पर गन्ना संस्थान परिसर में भारतीय किसान यूनियन के तत्वावधान में जनपद के सभी किसान हजारों की संख्या में ट्रैक्टर ट्रालियों पर धान लादकर आज छः दिन से लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं परंतु अभी तक शासन प्रशासन की तरफ से कोई उचित कदम नहीं उठाए गए हैं। बाराबंकी प्रशासन की तरफ से लिखित तौर पर अतिरिक्त क्रय केंद्र खोले जाने की बात कही गयी लेकिन आज तक किसानों की स्थिति ज्यों की त्यों बनी हुई है जिसके चलते सुबेहा क्षेत्र सहित जनपद के सभी किसान परेशान हैं।
वहीं जब हमारे संवाददाता ने धरना स्थल पर मौजूद भारतीय किसान यूनियन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राम किशोर पटेल से बात किया तो बताया कि सरकार द्वारा लाये गए कृषि विल की वजह से आज पूरे देश का किसान धान बेचने के लिए दर दर की ठोकरें खा रहा है, कहीं कहीं 50 किलोमीटर की दूरी तक धान क्रय केंद्र खोले ही नहीं गये, और जहाँ जहाँ खोले गये वहाँ किसानों का शोषण करते हुए उन्हें धान बेचने के लिए तीन तीन माह बाद का टोकन थमा दिया जाता है और गल्ला माफियाओं का धान बराबर तौला जा रहा है।
रिपोर्ट- महेन्द्र प्रताप सिंह