बफेलो | अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने नस्लवाद की निंदा की और कहा कि देश को उस नस्ली ‘‘रिप्लेसमेंट थ्योरी’’ के झूठ को अस्वीकार कर देना चाहिए, जिसका समर्थन बफेलो में 10 अश्वेत अमेरिकियों की हत्या करने वाले हमलावर ने किया। ‘‘रिप्लेसमेंट थ्योरी’’का कहना है कि अश्वेत लोग, श्वेत लोगों और उनके प्रभाव को जानबूझकर कम करके अपना प्रभाव बढ़ा रहे हैं।
बाइडन ने पीड़ितों के परिजन एवं स्थानीय अधिकारियों के साथ बातचीत में कहा कि अमेरिका की विविधता उसकी ताकत है और ‘‘घृणित अल्पसंख्यकों’’ को देश को विकृत नहीं करना चाहिए। बाइडन ने कहा, ‘‘मैं वादा करता हूं कि अमेरिका में बुराई की जीत नहीं होगी।
नफरत कायम नहीं रहेगी और श्वेतों को श्रेष्ठ समझने वालों की बात निर्णायक नहीं होगी।’’ इससे पहले, बाइडन और प्रथम महिला जिल बाइडन ने टॉप्स सुपरमार्केट के बाहर बनाए गए अस्थायी स्मारक स्थल में मंगलवार को पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी।
इससे पहले, अधिकारियों ने बताया था कि अमेरिका के बफेलो में एक सुपरमार्केट में 10 लोगों की गोली मारकर हत्या करने वाले 18 वर्षीय श्वेत हमलावर ने स्थानीय जनसांख्यिकी के बारे में काफी खोजबीन की थी। उन्होंने बताया कि हमलावर ज्यादा से ज्यादा अश्वेत लोगों को मौत के घाट उतारने के मकसद से क्षेत्र का मुआयना करने के लिए एक दिन पहले ही वहां पहुंच गया था। प्राधिकारियों के मुताबिक, नस्लीय घृणा से प्रेरित यह हमला पुलिस द्वारा हमलावर को एक साल पहले स्कूल में गोलीबारी की धमकी देने को लेकर अस्पताल ले जाने के बाद हुआ है।
पुलिस ने बताया कि उस समय हमलावर पर आरोप नहीं तय किए गए थे और डेढ़ दिन के भीतर उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी। हालांकि, इससे सवाल खड़े होते हैं कि उसे हथियार कहां से मिले और क्या कानून प्रवर्तन अधिकारी उस पर करीबी नजर रख सकते थे। बफेलो के पुलिस आयुक्त जोसेफ ग्रामाग्लिया ने बताया कि हमलावर पैटन गेंड्रोन का अस्पताल से निकलने के बाद कानून प्रवर्तन अधिकारियों से कोई संपर्क नहीं रहा।