Saturday , September 30 2023
CM Yogi ने शिक्षा के क्षेत्र में गोरखपुर को दी ये सौगात
CM Yogi ने शिक्षा के क्षेत्र में गोरखपुर को दी ये सौगात

CM Yogi ने शिक्षा के क्षेत्र में गोरखपुर को दी ये सौगात

गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर में भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के लिए आयोजित कार्यक्रम के संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कबीर चौराधाम मगहर में स्थलीय निरीक्षण किया। वहीँ सीएम योगी ने गोरखपुर में उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के गोरखपुर क्षेत्रीय कार्यालय भवन के शिलान्यास और भूमिपूजन के अवसर पर मैं सभी छात्र छात्राओं को बधाई देता हूं। आज गोरखपुर में छात्रों के लिए उनका एक सेंटर स्थापित हो रहा है, किराए के सेंटर से वह अपने स्वंय के सेंटर में जा रहे हैं। सीएम ने कहा कि उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज के क्षेत्रीय केंद्र, गोरखपुर के भूमिपूजन व शिलान्यास कार्यक्रम के इस अवसर पर मैं सबसे पहले इस विश्वविद्यालय से जुड़े हुए आप सभी महानुभावों व छात्र-छात्राओं को हृदय से बधाई देता हूं। अब गोरखपुर में विश्वविद्यालय का अपना एक सेंटर स्थापित हो रहा है। किराए के सेंटर से अपने स्वयं के सेंटर की ओर अग्रसर हुआ है। इसके लिए मैं विश्वविद्यालय परिवार का हृदय से अभिनंदन करता हूं। राजर्षि टंडन भारत की स्वाधीनता का एक ऐसा नाम है जो देश की आजादी के आंदोलन में अग्रिम पंक्ति में रहकर अपने आपको देश की स्वाधीनता के लिए समर्पित करता है। एक वरिष्ठ राजनेता, महान स्वतंत्रता सेनानी, हिन्दी के अनन्य उपासक, समाज सेवा व शिक्षा के लिए समर्पित महापुरुष के नाम पर 1998 में विश्वविद्यालय की स्थापना हुई है। गोरखपुर सेंटर के अपने भवन की स्थापना आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में हो रही है। मैं विश्वास करता हूं कि विश्वविद्यालय अगले वर्ष जब स्वयं का अपना रजत जयंती वर्ष मना रहा होगा, उस समय यह सेंटर बनकर तैयार हो जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी ने वर्ष 2020 में देश को एक राष्ट्रीय शिक्षा नीति दी है। एक लम्बे अरसे के बाद देश ने अपनी राष्ट्रीय शिक्षा नीति का अंगीकार किया।
यह पहली बार हो रहा है जब एक छात्र एक साथ दो डिग्री ले सकता है। गोरखपुर सेंटर से जुड़े 06 जनपदों (गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर, महराजगंज, सिद्धार्थनगर व संतकबीरनगर) के 144 सेंटर और पाठ्यक्रम से जुड़े हुए 7,600 से अधिक लोगों के लिए उनका स्वयं का सेंटर यहां स्थापित होगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू होने के साथ ही इस प्रकार के पाठ्यक्रमों का महत्व और ज्यादा बढ़ेगा। विगत 02 वर्ष के दौरान पूरे देश व दुनिया ने इस प्रकार के विश्वविद्यालय के महत्व को स्वीकार किया है। शिक्षा के क्षेत्र में भी डिजिटल इंडिया की क्रांति को प्रत्यक्ष रूप से अनुभव किया जा सकता है। विश्वविद्यालय प्रदेश के अपने सभी 1,200 केंद्रों के माध्यम से ऑनलाइन क्लास का संचालन कर सकता है, बशर्ते केंद्रों पर तकनीक के उपयोग के साथ स्मार्ट क्लास की व्यवस्था हो।