लखनऊ: यूपी में शुक्रवार को निजी अस्पतालों में ओपीडी सेवा पूरी तरह बंद हैं. आज सिर्फ इमरजेंसी सेवा और कोरोना मरीजों का ही इलाज किया जा रहा है. यही नही आज पैथोलॉजी व डायगनोस्टिक सेंटर तक बंद है. आयुष डॉक्टरों को सर्जरी करने की छूट दिए जाने और देश में वर्ष 2030 से इंटीग्रेटेड मेडिसिन को लागू करने के विरोध में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) के आह्वान यह हड़ताल की जा रही है. सरकारी अस्पतालों के डॉक्टरों ने भी आइएमए को अपना समर्थन दिया है, लेकिन वहां कामकाज प्रभावित नहीं होगा.
आपको बता दे कि आयुर्वेद चिकित्सकों को सर्जरी करने की छूट देने और वर्ष 2030 से इंटीग्रेटेड मेडिसिन की व्यवस्था लागू करने के विरोध में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने शुक्रवार को हड़ताल का ऐलान किया है. प्रदेश भर में करीब 15 हजार प्राइवेट अस्पताल, नर्सिंग होम, पैथोलॉजी और डायग्नोस्टिक सेंटर बंद हैं. सिर्फ इमरजेंसी सेवा और कोविड-19 के मरीजों का इलाज किया जाएगा.
प्रेसिडेंट डॉ. अशोक राय ने बताया
आइएमए के यूपी स्टेट ब्रांच के प्रेसिडेंट डॉ. अशोक राय ने बताया कि सभी 15 हजार निजी अस्पताल, पैथोलॉजी व डायगनोस्टिक सेंटर में सिर्फ इमरजेंसी सेवा व कोविड मरीजों के इलाज की सुविधा ही बहाल रहेगी. शुक्रवार को सुबह छह बजे से लेकर शनिवार को सुबह छह बजे तक यह बंदी रहेगी.
एलोपैथिक डॉक्टरों ने शुक्रवार को प्रदर्शन किया
प्रयागराज में आयुर्वेदिक डॉक्टरों को ऑपरेशन की अनुमति दिए जाने के विरोध में एलोपैथिक डॉक्टरों ने शुक्रवार को प्रदर्शन किया। सभी निजी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं ठप हैं। सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर भी आंदोलन के समर्थन में हैं। उन्होंने बांह पर काली पट्टी बांधकर हड़ताल का समर्थन किया.