पाकिस्तान। इमरान खान का नाम हर जगह छाया रहता है। चाहे वो आतंकवाद को लेकर हो या चाइना या फिर खुद के देश की कंगाली हो जी हां पाकिस्तान की आर्थिक हालत को आप इस तरह से समझ सकते है जैसे एक कर्ज की भरपाई करने के लिए दूसरा कर्ज लेना। जी हां पाकिस्तान की हालत कुछ ऐसी ही हो गई है कभी पाकिस्तान अपनी हर जरूरत को पूरी करने के लिए चाइना के पास भिख मांगता है इस बार भी वो कुछ ऐसा ही कर रहा है।
दरअसल कभी घनिष्ठ मित्र रहे सऊदी अरब के कर्ज को चुकाने के लिए पाकिस्तान चीन से लगातार कर्ज ले रहा है। नतीजतन, पाकिस्तान चीन की हर जायज-नाजायज शर्त मानने को मजबूर है। ताजा प्रकरण में चीन ने पाकिस्तान को डेढ़ अरब डॉलर (करीब 11 हजार करोड़ भारतीय रुपये) की सहायता स्वीकृत की है। इस धनराशि से पाकिस्तान सऊदी अरब के दो अरब डॉलर (करीब 14,500 करोड़ रुपये) का कर्ज चुकाएगा। पाकिस्तान सऊदी अरब के बकाया के एक अरब डॉलर सोमवार को और बाकी एक अरब डॉलर की धनराशि जनवरी में चुकाएगा। यह जानकारी पाकिस्तान के वित्त मंत्रालय ने ट्रिब्यून को दी है।
आप को बता दें कि चीन ने यह धनराशि अपने विदेशी विनिमय प्राधिकार के जरिये नहीं दी है यह धनराशि किसी अन्य मद से दी गई है जिसे चीन ने स्पष्ट नहीं किया है। पाकिस्तान को दी जाने वाली धनराशि के लिए शर्ते भी चीन सार्वजनिक नहीं करता है। पाकिस्तान पर चीन के कर्ज का बोझ बढ़ता जा रहा है।