नई दिल्ली/ वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में कोरोना टीकाकरण अभियान के लाभार्थियों और टीके लगाने वालों के साथ वर्चुअल संवाद किया। पीएम मोदी ने कहा कि 2021 की शुरुआत बहुत ही शुभ संकल्पों से हुई है। काशी के बारे में कहते हैं कि यहां शुभता सिद्धि में बदल जाती है। इसी सिद्धि का परिणाम है कि आज विश्व का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान हमारे देश में चल रहा है। दो मेड इन इंडिया वैक्सीन भारत में तैयार हुई हैं। इस मामले में भारत ना सिर्फ पूरी तरह से आत्मनिर्भर है बल्कि कई देशों की मदद भी कर रहा है।
16 जनवरी से शुरू हुए अभियान पर फीडबैक भी लिया
खुद को काशी का सेवक बताते हुए पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 16 जनवरी से शुरू हुए अभियान पर फीडबैक भी लिया। उन्होंने कहा कि बीते कुछ वर्षों में बनारस और आसपास के इलाकों में जो मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर बना है उससे पूरे पूर्वांचल को फायदा हुआ है। पीएम ने कहा कि किसी भी वैक्सीन को बनाने के पीछे हमारे वैज्ञानिकों की कड़ी मेहनत होती है, इसमें वैज्ञानिक प्रक्रिया होती है। वैक्सीन के बारे में निर्णय करना राजनीतिक नहीं होता, हमने तय किया था कि जैसा वैज्ञानिक कहेंगे, वैसे ही हम करेंगे। पीएम मोदी ने कहा कि आपस में प्रतियोगिता चलाएं अस्पताल और बड़ी संख्या में करें टीकाकरण, ताकि हम जल्द से जल्द शुरू कर सकें अगला चरण।
बता दें कि देशव्यापी कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर चल रहे अभियान के बीच दोपहर सवा एक बजे टीकाकरण सत्र के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के तीन केंद्रों पर छह लोगों से वर्चुअल संवाद किया। इनमें महिला अस्पताल में मैट्रन पुष्पा देवी और वैक्सिनेटर रानी कुंवर श्रीवास्तव, जिला अस्पताल में सीएमएस डा. वी शुक्ला, एसएलटी रमेश चंद्र, सफाई कर्मी अप्सरी बेगम, सीएचसी हाथी पर एएनएम श्रृंखला चौहान वर्चुअल संवाद में शामिल रहे।
सबसे पहले टीका पाने वाली पुष्पा से की बात
वाराणसी के जिला महिला अस्पताल की मैट्रन पुष्पा देवी को यहां पर सबसे पहले वैक्सीन दी गई थी। उन्होंने पीएम को धन्यवाद देते हुए कहा कि ‘पहले चरण में सबसे पहले मुझे वैक्सीन लगाई गई। मैं अपने आपको बेहद सौभाग्यशाली मान रही हूं। मैं सुरक्षित महसूस कर रही हूं। पुष्पा ने कहा कि मुझे कोई साइड इफेक्ट नहीं है। जैसे अन्य इंजेक्शन लगते हैं, वैसे ही यह इंजेक्शन भी लगा।
पीएम मोदी ने कहा कि ‘यह आप जैसे लाखों-करोड़ों कोरोना वॉरियर्स और 130 करोड़ भारतीयों की सफलता है। इसके बाद उन्होंने साइड इफेक्ट्स को लेकर पूछा कि क्या वे पूरे विश्वास से ऐसा कह सकती हैं? तब पुष्पा ने कहा कि ‘किसी के मन में यह डर नहीं रहना चाहिए कि वैक्सीन से कुछ हो जाएगा।
टीका लगाने पर मिलता है आशीर्वाद
जिला महिला अस्पताल में ही एएनएम के पद पर कार्यरत रानी कुंवर टीकाकरण अभियान में शामिल हैं। उनसे पीएम मोदी ने पूछा कि एक दिन में कितने लोगों को वैक्सीन देती हैं तो उन्होंने कहा कि डेली करीब 100 लोगों को टीका लगता है। जब रानी ने टीकाकरण अभियान का क्रेडिट पीएम मोदी को दिया तो उन्होंने कहा कि इसका क्रेडिट वैज्ञानिकों और आप जैसे हेल्थ वर्कर्स को जाता है। पीएम के पूछने पर रानी ने कहा कि वे जब टीका लगाती हैं तो उन्हें खूब आशीर्वाद मिलता है। पीएम ने कहा कि कोई भी वैक्सीन बनाने के पीछे वैज्ञानिकों की मेहनत और वैज्ञानिक प्रक्रिया होती है। मेरे ऊपर राजनैतिक दबाव भी बनाया गया लेकिन मैंने कहा, इस मामले में वैज्ञानिक सब तय करेंगे।
खुद को वैक्सीन लगवाई, फिर लग गए काम में
पंडित दीनदयाल उपाध्याय चिकित्सालय में सीनियर लैब टेक्नीशियन रमेश चंद्र राय ने कहा कि ‘हम तो सबको यही कहते हैं कि खुद सुरक्षित रहिए, परिवार को सुरक्षित करिए, समाज को सुरक्षित करिए। राय ने कहा कि पहले दिन 81 लोगों ने टीकाकरण कराया। वाराणसी ग्रामीण एरिया में एएनएम (हाथीबाजार) श्रृंखला चौहान की तारीफ में पीएम मोदी ने कहा कि आप सेवा करके सबको नाम रोशन कर रही हैं। पीएम के पूछने पर चौहान ने बताया कि 16 जनवरी को खुद उन्होंने कोविशील्ड की पहली डोज लगवाई। इसके बाद बतौर वैक्सीनेटर 87 लोगों को उन्होंने टीका भी लगाया।