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PM Modi ने UP को दी नए फ्रेट कॉरिडोर की सौगात

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (ईडीएफसी) के ‘न्यू भाऊपुर- न्यू खुर्जा सेक्शन’ एवं प्रयागराज में ईडीएफसी के परिचालन नियंत्रण केन्द्र (ओसीसी) का उद्घाटन किया। उत्तर प्रदेश में मौजूद ये सेक्शन करीब 5 हजार करोड़ रुपए  की लागत से तैयार किया गया है। कार्यक्रम के दौरान यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ भी शामिल हुए। सीएम योगी ने कहा कि इस सेक्शन की शुरुआत के साथ ही प्रदेश के अलग-अलग जिलों में बन रहे प्रोडक्ट को आगे तक पहुंचाया जा सकेगा।

यूपी सीएम ने कहा कि पहले मालगाड़ियों की गति सिर्फ 25 किमी./ घंटे थी, जो अब 75 किमी./ घंटे तक पहुंच गई है। इस पूरे कॉरिडोर का 75 फीसदी भाग यूपी में ही है। यूपी सीएम बोले कि देश की पहले देशी ट्रेन तेजस, सबसे तेज ट्रेन वंदे भारत का संचालन भी यूपी में ही रहा है।अब मानवरहित फाटक का काम तेजी से हो रहा है, जबकि नई लाइनें बिछाई जा रही हैं। पीएम मोदी ने कहा कि शुरू में दो डेडिकेटिड फ्रेट कॉरिडोर तैयार करने की योजना है, पूर्वी डेडिकेटिड फ्रेट कॉरिडोर पंजाब के औद्योगिक शहर लुधियाना को पश्चिम बंगाल के दानकुनी से जोड़ रहा है। पश्चिम डेडिकेटिड फ्रेट कॉरिडोर महाराष्ट्र में जेएनपीटी को उत्तर प्रदेश के दादरी से जोड़ता है।

नए भारत की गर्जना सुनाई दी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दौरान अपने संबोधन में कहा कि आज का दिन रेलवे को नई पहचान देने वाला है। आजादी के बाद का सबसे बड़ा आधुनिक रेलवे प्रोजेक्ट जमीन पर उतरा है। इस नई मालगाड़ी में नए भारत की गर्जना सुनाई दी। इस पूरे फ्रेट और सेंटर की टेक्नोलॉजी भारत में ही यहां के लोगों द्वारा तैयार की गई। पीएम मोदी ने कहा कि जिस रेलवे को अकसर निशाना बनाया जाता है वो किस सेवा भाव से मुश्किल परिस्थितियों में भी देश के काम आती है ये कोरोना काल में दिखा है।

भारत दुनिया की बड़ी आर्थिक ताकत बन रहा

पीएम मोदी बोले कि आज भारत दुनिया की बड़ी आर्थिक ताकत बन रहा है। पिछले 6 साल में भारत में आधुनिक कनेक्टविटी के मोर्चे पर काम किया जा रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि देश के खेत-बाजार माल ढुलाई पर निर्भर हैं, एक जगह के माल को दूसरी जगह पहुंचाना पड़ता है। आबादी बढ़ने के साथ-साथ बोझ बढ़ने लगा, हमारे यहां यात्री-मालगाड़ी ट्रेन एक ट्रैक पर चलती थी। जिसके कारण दोनों ट्रेनें लेट होती थी। मालगाड़ी लेट होने के कारण लागत बढ़ जाती है, लेकिन अब स्पेशल ट्रैक बनने से ये संकट दूर होगा।

पीएम मोदी ने कहा कि मालगाड़ियां जब समय पर पहुंचेगी तो हमारा लॉजिस्टिक नेटवर्क सस्ता हो जाएगा, देश में उद्योग के लिए बेहतर माहौल बनेगा, ईज ऑफ डूइंग बिजनेस बढ़ेगी, निवेश के लिए भारत और आकर्षक बनेगा, देश में रोज़गार के अनेक अवसर तैयार होंगे। ये फ्रेट कॉरिडोर आत्मनिर्भर भारत के बहुत बड़े माध्यम बनेगे।

नए कॉरिडोर में किसान रेल को फायदा

पीएम मोदी ने बताया कि अभी देश में ईस्टर्न और वेस्टर्न फ्रेट कॉरिडोर को विकसित किया जा रहा है, ताकि माल एक जगह से दूसरी जगह भेजा जा सके। पीएम ने कहा कि अब यात्री ट्रेन कम लेट होगी, साथ ही मालगाड़ी तेजी से काम करेगी। पीएम मोदी ने कहा कि नए फ्रेट कॉरिडोर आत्मनिर्भर भारत के माध्यम बनेंगे। पीएम मोदी ने कहा कि अब अलग-अलग जिलों को फायदा होगा, जिनके अलग-अलग प्रोडक्ट आसानी से एक जगह से दूसरी जगह जा पाएंगे। पीएम ने कहा कि कल ही देश में सौवीं किसान रेल की शुरुआत की गई है। अब नए कॉरिडोर में किसान रेल को फायदा होगा, यूपी में कई स्टेशन किसान रेल से जुड़े हैं।

1100 किमी. का काम पूरा हो जाएगा

पीएम मोदी बोले कि कई रेलवे स्टेशन पर स्टोरेज सिस्टम बढ़िया किया गया है. ऐसे प्रोजेक्ट को 2006 में मंजूरी मिली थी, लेकिन कभी ये जमीन पर नहीं उतर पाया। जो कि पिछली सरकार कितनी गंभीर थी, ये बताता है। 2014 तक एक किमी. ट्रैक भी नहीं बिछा था, हमारी सरकार आने के बाद फिर से फाइलों को खंगाला गया और तेजी से काम को बढ़ाया गया। अगले कुछ महीनों में ही 1100 किमी. का काम पूरा हो जाएगा।

बजट करीब 45 गुना बढ़ गया

पीएम मोदी ने कहा कि पहले फोकस ट्रेनों की संख्या बढ़ाने पर रहता था, लेकिन पटरी का ख्याल नहीं किया गया। हमारी सरकार ने रेल ट्रैक पर निवेश किया, फाटकों से मुक्त किया और स्पीड पर फोकस किया गया। अब भारतीय रेल सुरक्षित हुई है, वंदे भारत जैसी सेमीहाइस्पीड ट्रेन चल रही है। भारत में अब आधुनिक ट्रेनों का निर्माण हो रहा है, जिसे निर्यात भी किया जा रहा है। 2014 से पहले इस परियोजना के लिए जो पैसा भी स्वीकृत हुआ, वो सही तरीके खर्च नहीं हो पाया। 2014 में इस परियोजना के लिए फिर से फाइलों को खंगाला गया। अधिकारियों को नए सिरे से आगे बढ़ने के कहा गया, तो बजट करीब 45 गुना बढ़ गया।

क्या है ईडीएफसी?

ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर यानी ईडीएफसी प्रधानमंत्री मोदी की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है। इसे मालवाहक ट्रेनों के लिए खासतौर पर बनाया गया है। मतलब इस पर केवल माल गाड़ियां ही दौड़ेंगी। 351 किलोमीटर लंबा यह कॉरिडोर न्यू भाउपुर- न्यू खुर्जा सेक्शन तक है। इसे 5,750 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किया गया है। इसकी कुल लंबाई 1856 किलोमीटर होनी है। जो पंजाब के लुधियाना से शुरू होकर हरियाणा, यूपी, बिहार और झारखंड से होते हुए पश्चिम बंगाल के दानकुनी तक जाएगा।इसके साथ ही केंद्र सरकार 1504 किलोमीटर लंबे वेस्टर्न कॉरिडोर का भी निर्माण करवा रही है। ये ग्रेटर नोएडा के दादरी से शुरू होकर मुंबई जवाहरलाल नेहरू पोर्ट तक बन रहा है। केंद्र सरकार ने आने वाले दिनों में पूरे देश में माल वाहक ट्रेनों के लिए अलग से पटरियां बिछाने का फैसला लिया है।

इससे क्या फायदा होगा?

कानपुर, कन्नौज, कानपुर देहात, औरैया, फतेहपुर, इटावा, फिरोजाबाद, फर्रुखाबाद, बुलंदशहर, अलीगढ़ और आस-पास लगी इंडस्ट्री के लिए फायदेमंद साबित होगा। नॉर्मल रेल लाइन पर दबाव कम होगा और इससे यात्री ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जा सकेगी। यात्री ट्रेनों की लेटलतीफी कम होगी। अनाज और दूसरे सामान समय पर डेस्टिनेशन तक पहुंचाए जा सकेंगे।

प्रयागराज में कंट्रोल सेंटर

पूरे ईडीएफसी के लिए प्रयागराज का ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर एक कमांड सेंटर की तरह काम करेगा। ये सेंटर दुनिया भर में इस तरह के सबसे बड़े स्ट्रक्चर में से एक है। इसमें आधुनिक इंटीरियर्स का इस्तेमाल किया गया है और इसका डिजाइन भी शानदार है। यह बिल्डिंग इको फ्रेंडली है।

 

 

 

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