नई दिल्ली। देश में ऐसा पहली बार होगा जब बिना ड्राइवर के कोई ट्रेन या मेट्रो पटरी पर दौड़ेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी 28 दिसंबर को दिल्ली मेट्रो की मजेंटा लाइन भारत की पहली ड्राइवर लेस मेट्रो ट्रेन को हरी झंडी दिखा कर उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO)ने से सूचना दी है। देश की पहली ड्राइवरलेस ट्रेन का सफर 37 किलोमीटर का होगा। पीएमओ ने जानकारी दी है कि ड्राइवरलेस ट्रेन पूरी तरह से ऑटोमैटिक होगी और मानवीय गलतियों की आशंकाओं को खत्म करेगी।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी नई दिल्ली से द्वारका सेक्टर 21 तक चलने वाली 23 किमी की एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन की यात्रा के लिए पूरी तरह से परिचालित राष्ट्रीय सामान्य गतिशीलता कार्ड भी जारी करेंगे। इसके साथ ही, देश के किसी भी हिस्से से जारी रूपे-डेबिट कार्ड रखने वाला कोई भी व्यक्ति इसका उपयोग कर मार्ग पर यात्रा कर सकेगा। पीएमओ ने कहा कि यह सुविधा 2022 तक दिल्ली मेट्रो के पूरे नेटवर्क पर उपलब्ध हो जाएगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 2014 में सिर्फ 5 शहरों में मेट्रो रेल थी। आज 18 शहरों में मेट्रो रेल की सेवा है। वर्ष 2025 तक हम इसे 25 से ज़्यादा शहरों तक विस्तार देने वाले हैं, साल 2014 में देश में सिर्फ 248 किलोमीटर मेट्रो लाइन्स आपरेशनल थीं। आज ये करीब तीन गुनी यानी सात सौ किलोमीटर से ज़्यादा है।
आगे कहा कि मेट्रो सर्विसेस के विस्तार के लिए, मेक इन इंडिया महत्वपूर्ण है।मेक इन इंडिया से लागत कम होती है, विदेशी मुद्रा बचती है, और देश में ही लोगों को ज्यादा से ज्यादा रोजगार मिलता है।रोलिंग स्टॉक के मानकीकरण से हर कोच की लागत अब 12 करोड़ से घटकर 8 करोड़ पहुंच गयी है।