नई दिल्ली: शनिवार को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर देश को संबोधित करते हुए कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति देश के लिए एक मील का पत्थर साबित होगी। राष्ट्रपति ने कहा कि 2.5 लाख ग्राम पंचायतों, 12,500 से अधिक स्थानीय निकायों और लगभग 675 जिलों की व्यापक भागीदारी और 2 लाख से अधिक सुझावों पर विचार के बाद राष्ट्रीय शिक्षा नीति तैयार की गई है।
महिलाएं रही पुरुषों से आगे
राष्ट्रपति ने महिला शिक्षा की बात करते हुए कहा कि मुझे खुशी है कि 2018-19 के ऑल इंडिया सर्वे ऑफ हायर एजुकेशन में महिलाओं का GER पुरुषों से थोड़ा अधिक है। हालांकि राष्ट्रीय महत्व के संस्थानों और तकनीकी शिक्षा में महिला छात्रों की हिस्सेदारी विशेष रूप से कम है। इसे दुरुस्त करने की आवश्यकता है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के माध्यम से महिलाओं की भागीदारी इन क्षेत्र में बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा।
मील का पत्थर साबित होगी राष्ट्रीय शिक्षा नीति
मुझे यकीन है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति हमारे देश के इतिहास में एक मील का पत्थर साबित होगी। यह न केवल हमारे युवाओं के भविष्य को मजबूत बल्कि हमारे देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए तैयार करेगी : राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद https://t.co/RIesYLQBNn
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 19, 2020
राष्ट्रपति ने आगे कहा कि मुझे यकीन है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति हमारे देश के इतिहास में एक मील का पत्थर साबित होगी। यह न केवल हमारे युवाओं के भविष्य को मजबूत बल्कि हमारे देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए तैयार करेगी