ब्रासीलिया। ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कहा कि वे ब्राजील में एस्ट्राजेनेका की कोविड-19 वैक्सीन की एक शिपमेंट को जल्दी भेज दें। बोलसोनारो की तरफ से ये पत्र इसलिए लिखा गया है क्योंकि ब्राजील को पहुंचने वाली वैक्सीन की खेप के वहां पहुंचने में देरी हुई है। बता दें कि भारत में बनी दो स्वदेशी कोरोना वैक्सीन के आपात इस्तेमाल के लिए मंजूरी मिलने के बाद देश में जल्द कोविड 19 टीकाकरण अभियान शुरू होने वाला है। दुनिया में कोरोना से प्रभावित देशों की सूची में ब्राजील दूसरे स्थान पर है, ऐसे में ब्राजील में वैक्सीनेशन की शुरुआत न हो पाने व देरी होने के कारण ब्राजील पर दबाव बढ़ता ही जा रहा है।
ब्राजील में वैक्सीन रोलआउट की रफ्तार
बोलसोनारो के प्रेस कार्यालय द्वारा ये पत्र तब जारी किया गया, जब ब्राजील में वैक्सीन रोलआउट की रफ्तार को बढ़ाने का दबाव बनता जा रहा है। आलोचकों का कहना है कि ब्राजील अपने अन्य साथी मुल्कों के मुकाबले वैक्सीनेशन के मामले में काफी पीछे चल रहा है। उन्होंने सवाल किया है कि सरकार ने अभी तक तेजी से इस दिशा में कदम क्यों नहीं उठाए हैं।
ब्राजीलियाई राष्ट्रपति के पत्र में कहा गया है
प्रेस कार्यालय द्वारा जारी ब्राजीलियाई राष्ट्रपति के पत्र में कहा गया है, हमारे देश के वैक्सीनेशन प्रोग्राम को तत्काल शुरू करने में सक्षम बनाने के लिए तत्परता के साथ 20 लाख वैक्सीन की ब्राजील को आपूर्ति की जाए। ब्राजील के राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री मोदी को लिखे पत्र में कहा है कि मैं भारतीय टीकाकरण कार्यक्रम पर बिना कोई आंच आए बिना वैक्सीन की आपूर्ति की अपील करता हूं।
भारत से मंगाई जाने वाली 20 लाख डोज प्रमुख है
ब्राजीलियाई राष्ट्रपति का यह संदेश ऐसे वक्त में आया है, जब शुक्रवार को ब्राजील सरकार द्वारा संचालित फियोक्रूज बॉयोमेडिकल सेंटर ने कहा था कि ब्राजील में एस्ट्राजेनेका की लाखों डोज इस महीने के अंत से पहले शायद नहीं पहुंच पाएंगी। फियोक्रूज ने कहा है कि वह वैक्सीन की डोज के लिए अन्य देशों के साथ बातचीत कर रहा है। इसमें भारत से मंगाई जाने वाली 20 लाख डोज प्रमुख है। इससे पहले, फियोक्रूज ने भारत से पहुंचने वाली एस्ट्राजेनेका वैक्सीन को आपात उपयोग की अनुमति देने की अपील की थी।