लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी की फ़ोटो लगाकर मंत्री कपिलदेव अग्रवाल के भाई के द्वारा स्वदेशी मोबाइल लॉन्चिंग के मामले में पुलिस ने दो लोगो को गिरफ्तार किया है. मोदी और मुख्यमंत्री योगी की फ़ोटो लगाकर मंत्री के भाई के द्वारा स्वदेशी मोबाइल लॉन्चिंग के मामले में दो लोगो को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
पुलिस के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पीआर एजेंसी का मालिक तीन दिन पहले राजस्थान से गिरफ्तार किया गया था. हजरत गंज पुलिस ने आशीष गुप्ता के गिरफ्तार होने के एक दिन बाद डीपी त्रिपाठी को गिरफ्तार किया था. दोनों आरोपियों को पुलिस जेल भेज चुकी है. पुलिस ने दोनों आरोपियों को रिमांड पर लेने की प्रक्रिया शुरू की है. इसके लिए कोर्ट में अर्जी लगा दी है. इसके बाद मंत्री के भाई से पुलिस पूछताछ करने के लिए बुला सकती है.
मंत्री कपिलदेव अग्रवाल के भाई के खिलाफ मामला दर्ज है. एफआईआर होने के बाद स्किल डेवलपमेंट मंत्री कपिल अग्रवाल ने भाई को बचाने के लिए पीएम और सीएम की फोटो लगाने को लेकर पीआर एजेंसी को जिम्मेदार बताया था.
इन पर दर्ज हुई थी एफआईआर
29 दिसम्बर 2020 को जिन पांच के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है उसमें भारती एडवरटाइजिंग कंपनी का सीईओ- मंत्री का भाई ललित अग्रवाल, दुर्गाप्रसाद त्रिपाठी -कंपनी फाउंडर, शोएब मलिक – कंपनी फाउंडर, नागेंद्र नाथ ललित -मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग पार्टनर और सुल्तानपुर का रहने वाला एक शख्स विवेक कुमार शामिल है.
लखनऊ में होर्डिंग का किया था काम
1 मई 2019 को बनी इस कंपनी को लिंकडिन पर तलाश करने पर पता चला कि शोएब मलिक और दुर्गा प्रसाद त्रिपाठी इस कंपनी के फाउंडर हैं. यह कंपनी कहां कहां रजिस्टर्ड है इसका विवरण कंपनी सोसाइटी की वेबसाइट पर दिखाई न देना मामले को संदिग्ध बना रहा है. भारती एडवरटाइजिंग कंपनी के सीईओ मंत्री का भाई ललित अग्रवाल ने ही यूपी और उत्तराखंड के लोगों को यह समझाने का ठेका लिया था कि यह स्वदेशी फोन है. लोग पीएम और सीएम का फोटो देखकर झांसे में आ ही जाने थे.