लखनऊ: लखनऊ विश्वविद्यालय केे 100 साल पूरा होना भारतीय शिक्षा जगत की ऐतिहासिक घटना है. भारत के सबसे पुराने संस्थानों में से एक है. भारतीय राजनीति स्वतंत्रता आन्दोलन के समय ये विश्वविद्यालय बना. जब कोई संस्था सौ साल पूरे करती है, जब कोई संस्थान लम्बे समय तक टिका रहा तो तय है कि नींव मजबूत थी. डॉ बीरबल साहनी से पूर्व राष्ट्रपति डॉ शंकरदयाल शर्मा यहां रहे. स्टीव जॉब्स एपेल संस्थापक भी नीम करौरी बाबा के भक्त थे. बाबा नीम करौरी का मंदिर विश्वविद्यालय के सामने है. लविवि का इतिहास और भूगोल दोनों गौरवमयी हैंं
हमारे देश मे संस्कृति व्यक्ति को बनाती है
रक्षामंत्री नेे कहा, आत्म निर्भर भारत धनवान, ज्ञानवान और चरित्रवान भी होगा. स्वामी विवेकानन्द कहते थे कि हमारे देश मे संस्कृति व्यक्ति को बनाती है. आप आगे बढ़ेंगे तो भारत आगे बढ़ेगा. आपके साथ भारत की संस्कृति है. हम बड़े सुधार कर रहे हैं. हम बड़े बदलाव कर रहे हैं. हम पांच ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनेंगे। हम कई बड़े सुधार कर रहे हैं. लखनऊ के सांसद ने कहा, इस साल केंद्र सरकार ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति दी है. हमारी शिक्षा नीति का उद्देश्य what to think था. अब हमारी नीति कहती है how to think।
एक हफ्तेे से चल रहे कार्यक्रम के अंतिम दिन आज
लखनऊ के सांंसद राजनाथ सिंह वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से समारोह को संबांधित किया. एक हफ्तेे से चल रहे कार्यक्रम के अंतिम दिन पद्मश्री मालिनी अवस्थी, सुरेश कुमार खन्ना, क्रिकेटर सुरेश रैना, राजीव कुमार, जूही चतुर्वेदी, डॉ नरेश त्रेहन को सम्मानित किया गया. इस दौरान दैनिक जागरण के वरिष्ठ कार्यकारी संपादक प्रशांत मिश्र को भी सम्मनित किया गया.