नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस से पहले, पीएम नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कुल 32 बच्चों को राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से नवाजा। इनमें से तीन को बहादुरी के लिए सम्मान मिला है। पीएम मोदी वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए राष्ट्रीय बाल पुरस्कार पाने वालों से मुखातिब भी हुए। कला, संस्कृति, इनोवेशन, शिक्षा, समाज सेवा के क्षेत्र में बेहतर काम करने के लिए इस साल 32 बच्चों को चुना गया। कला संस्कृति के क्षेत्र में 7 बच्चों, इनोवेशन के क्षेत्र में 9 बच्चों, शिक्षा के क्षेत्र में 5 बच्चों, खेल की कैटेगरी में 7 बच्चों और बहादुरी के लिए 3 बच्चों को पुरस्कार मिला।
पीएम मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार विजेता सभी बच्चों को बहुत-बहुत बधाई। आपकी तरह मैं भी आपसे मिलने का इंतजार कर रहा था। लेकिन कोरोना की वजह से हमारी वर्चुअल मुलाकात हो रही है। पीएम ने कहा कि प्यारे बच्चों, आपने जो काम किया है, आपको जो पुरस्कार मिला है, वो इसलिए भी खास है कि आपने ये सब कोरोना काल में किया है। इतनी कम उम्र में आपके द्वारा किए काम हैरान करने वाले हैं। कोई खेल के क्षेत्र में देश का नाम रोशन कर रहा है। कोई अभी से ही रिसर्च और इनोवेशन कर रहा है।
आपमें से ही कल देश के खिलाड़, वैज्ञानिक, नेता, देश के बड़े-बड़े सीईओ भारत का गौरव बढ़ाने की परंपरा दिखाई देगी। कोरोना ने निश्चित तौर पर सभी को प्रभावित किया है। लेकिन एक बात मैंने नोट की है कि देश के बच्चे, देश की भावी पीढ़ी ने इस महामारी से मुकाबला करने में बहुत भूमिका निभाई है। साबुन से 20 सेकेंड हाथ धुलना हो ये बात बच्चों ने सबसे पहले पकड़ी।
भटकना नहीं है : पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि हर बच्चे की प्रतिभा उनका टैलेंट देश का गौरव बढ़ाने वाला है। मेरा मन है कि आप सभी से बात करता रहूं। आप एक भारत-श्रेष्ठ भारत की बहुत ही सुंदर अभिव्यक्ति हैं। आपको इस सफलता की खुशी में खो नहीं जाना है। जब आप यहां से जाएंगे तो लोग आपकी खूब तारीख करेंगे। लेकिन आपको ध्यान रखना है कि ये तारीफ आपके कर्म के कारण है। तारीफ में भटककर यदि आप रुक गए तो ये तारीफ आपके लिए बाधा बन सकती है।
पीएम ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार विजेताओं के लिए ये तीन मंत्र दिए
-निरंतरता का संकल्प।
-देश के लिए संकल्प।
-विनम्रता का संकल्प।
यूपी के 5 बाल पुरस्कार विजेताओं की कहानी
लखनऊ के व्योम बांसुरी वादन से मोहा मन
इंडिया बुक ऑफ रेकॉर्ड्स में 28 बार नाम दर्ज करवा चुके लखनऊ के होनहार व्योम आहूजा से पीएम नरेंद्र मोदी ने वर्चुअली संवाद किया। व्योम की उम्र महज 11 साल है। लेकिन इतनी कम उम्र में व्योम ने संगीत के साथ ज्ञान, विज्ञान और खेल में कई उपलब्धियां हासिल कर प्रदेश का नाम रोशन किया है। उनका चयन राष्ट्रीय बाल पुरस्कार-2021 के लिए हुआ। व्योम कहते हैं कि अब तक मिले हर पुरस्कार ने हौसला बढ़ाया है, लेकिन प्रधानमंत्री की तरफ से मिलने यह सम्मान बेहद खास है।
प्रयागराज के मोहम्मद ने जूनियर एशियन गेम्स में दिलाया था पदक
खेल श्रेणी में प्रयागराज के रहने वाले 17 साल के मोहम्मद राफे का चयन हुआ। सिविल लाइन के रहने वाले मोहम्मद बताते हैं कि उनके लिए यह गौरव का क्षण है। इसे वह कभी भुला नहीं सकते हैं। साल 2019 में मोहम्मद राफे ने मंगोलिया की राजधानी उलान बाटर हवे में हुई जूनियर एशियन गेम्स में भारत को जिम्नास्टिक में कांस्य पदक दिलाकर अपने जनपद प्रयागराज व प्रदेश का नाम रोशन किया था। बता दें कि जूनियर एशियन गेम्स में बीते 10 सालों में भारत को जिम्नास्टिक में कोई मेडल नहीं मिला था।
गौतमबुद्धनगर के चिराग ने यूट्यूब से सीख लेकर की कोडिंग
गौतमबुद्धनगर जिले में सेक्टर 40 के रहने वाले चिराग भंसाली 11वीं के छात्र हैं। उन्हें इनोवेशन के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार मिल रहा है। चिराग ने चीनी ऐप पर सरकार द्वारा प्रतिबंध लगाए जाने के बाद स्वदेशी टेक नाम की वेबसाइट बनाई है। इस प्लेटफार्म पर भारतीय यूजर्स के लिए चीन के हर प्रतिबंध ऐप का विकल्प मौजूद है। चिराग बताते हैं कि इस वेबसाइट बनाने का विचार क्लासरूम में बैठे-बैठे आया था। एक सप्ताह में बनी वेबसाइट का 12 जून 2020 को लांचिंग हुई थी।
चिराग ने महज 12 साल की उम्र में यूट्यूब के जरिए कोडिंग करना सीख लिया था। वर्तमान में 16 साल के हो चुके चिराग भंसाली ने कई राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में पहला स्थान हासिल किया है। 20 अक्टूबर 2019 को सूचना प्रौद्योगिकी परामर्श सेवाएं और व्यवसाय सुविधाएं प्रदान करने वाली टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज द्वारादिल्ली में आयोजित टीसीएस आईटी क्विज में चिराग विजेता रह चुके हैं।