कानपुर। राजकीय बालिका गृह स्वरूप नगर से दीवार फांदकर भागी आगरा निवासी किशोरी को पुलिस ने मंगलवार को फीरोजाबाद में उसके देवर के घर से ढूंढ़ लिया। मामले में देवर और एक जेठ की भूमिका की जांच की जा रही है। आरोपित जेठ ने एक टेंपो चालक के पेटीएम खाते में पैसा डाला था। इसी को ट्रेस करके पुलिस फीरोजाबाद पहुंची। देर शाम किशोरी को बालिका गृह में दाखिल कराया गया।
आठ सितंबर को आगरा और जसवंतनगर इटावा की दो किशोरियां बालिका गृह की दीवार कूदकर फरार हो गई थीं। दो दिन बाद पुलिस ने जसवंतनगर की किशोरी को खोज निकाला था। आगरा वाली किशोरी का पता नहीं चल रहा था।इंस्पेक्टर अश्विनी कुमार पांडेय ने बताया कि बालिका गृह से भागने के बाद किशोरी आगरा जाने के लिए बस पर बैठी।
मगर पैसे न होने की वजह से कंडक्टर ने उसे उतार दिया। उसके बाद उसने एक टेंपो चालक से मदद ली। उसके फोन से प्रेमी के बड़े भाई को फोन किया। पेटीएम पर 900 रुपये मंगवाए। टेंपो वाले से नगद रुपये लेकर फिरोजाबाद चली गई। पुलिस ने जब प्रेमी और उसके परिजनों के मोबाइल नंबर की सीडीआर निकाली तो टेंपो चालक का नंबर मिला। इसके बाद पुलिस ने दबिश देकर उसे पकड़ लिया।
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