झारखण्ड: परीक्षा देने के लिए घर से बाहर निकली झारखण्ड के हजारीबाग मेडिकल कॉलेज की छात्रा पूजा भारती कुछ दिन से लापता थी और बाद में उसकी लाश पतरातू डैम से मंगलवार को 12 जनवरी सुबह बरामद हुई. 22 साल की पूजा भारती गोड्डा की रहने वाली थी. सोशल मीडिया पर लोग मेडिकल की छात्रा पूजा भारती के लिए #JusticeForPujaBharti है. शटैग के जरिए न्याय की माँग कर रहे हैं.
मृतका गोड्डा शहर थाना क्षेत्र में लोहियानगर की रहने वाली थी. पूजा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के गर्ल्स हॉस्टल में रहकर पढ़ाई कर रही थी. उसने तीन साल कोटा में रहकर मेडिकल की तैयारी करने के बाद पिछले साल ही मेडिकल कॉलेज में दाखिला लिया था.. पूजा के लापता होने के बाद परिवार और उसके दोस्तों ने इसकी शिकायत पुलिस के पास दर्ज की. फिर खोजबीन के बाद पूजा का शव पास के ही पतरातू डैम में मिला. रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि लड़की का शरीर बंधा हुआ था और उसे बाँध में डुबोकर बेरहमी से मार दिया गया. है
मीडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी यह तथ्य सामने आया है कि पूजा को जिन्दा ही डैम में फेंक दिया गया था. मेडिकल बोर्ड की मौजूदगी में हुए पोस्टमॉर्टम में पूजा भारती के पेट से पानी निकला है. डॉक्टर्स का कहना है कि मरे हुए व्यक्ति के पेट में पानी नहीं पहुँच पाता है, जिससे इस बात की पुष्टि हुई कि पूजा भारती को जिन्दा ही बाँधकर पानी में फेंक दिया गया था.
आपको बता दे की पोस्टमॉर्टम में मृतका के शरीर पर कोई भी बाहरी चोट के निशान नहीं मिले हैं. हत्या से पहले बलात्कार की संभावना की जाँच के लिए सैम्पल भेजे जा चुके हैं और इस पर अभी रहस्य बना हुआ है. पूजा भारती पूर्वे हत्या मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है और इसकी जाँच के लिए तीन जिलों की पुलिस सत्रह लोगों का दल बनाकर काम कर रही है.
मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल एसके सिंह बोले
लाश मिलने के एक दिन पहले, यानी सोमवार को सुबह 9:30 बजे से पूजा की प्रैक्टिकल परीक्षा थी, लेकिन वो उसमें शामिल नहीं हुई थी। जब पूजा के मोबाइल पर टीचर्स द्वारा फ़ोन किया गया तो मोबाइल स्विच ऑफ बताया गया। हालाँकि, एक खबर में यह बात भी सामने आई है कि मेडिकल कॉलेज के गेट पर पूजा भारती के सोमवार रात 10 बजे जाने की एंट्री मिली है.