आजमगढ़। विद्युत वितरण निगमों के प्रस्तावित निजीकरण को लेकर बिजली कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले आंदोलित है। रविवार को बिजली कर्मचारियों ने बुद्धि-शुद्धि यज्ञ कर सरकार के सदबुद्धि की कामना किया। इसके साथ ही यह भी ऐलान किया कि हड़ताल के दौरान बत्ती काटेंगे तो नहीं लेकिन यदि कहीं फाल्ट होता है तो उसे ठीक नहीं करेंगे।
सोमवार से हड़ताल को लेकर कर्मचारियों ने जहां कमर कस लिया है तो वहीं प्रशासनिक अमला भी रविवार से ही अलर्ट पर रहा। सभी महत्वपूर्ण सब स्टेशनों पर शासन के निर्देश पर फोर्स की तैनाती कर दी गई तो वहीं मजिस्ट्रेट भी तैनात कर दिए गए है।
विद्युत वितरण निगम के निजीकरण की कवायद में सरकार जुटी हुई है। शासन के इस प्रस्ताव के खिलाफ बिजली कर्मचारी आंदोलित है। विरोध प्रदर्शन का क्रम लगातार चल रहा है तो वहीं सोमवार से बिजली कर्मचारियों ने संपूर्ण हड़ताल पर जाने की घोषणा कर रखा है।
जिलाधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि बिजली कर्मचारियों के सोमवार से प्रस्तावित हड़ताल को देखते हुए प्रशासन ने भी कम कस ली है। निर्वाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए पॉलीटैक्निक व आईटीआई के इलेक्ट्रिकड ट ्रेड के पासआऊट छात्रों की उपकेंद्रों पर ड्यूटी लगाई गई है। साथ ही ठेकेदारी प्रथा के तहत चल रहे सब स्टेशनों पर पारंगत संविदा कर्तियों को जिम्मेदारी दी गई है। कुल 11 प्रमुख उपकेंद्रों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए है। यदि कोई भी बिजली कर्मचारी व्यवस्था को प्रभावित करने का प्रयास करेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई भी की जाएगी।