नई दिल्ली: आज कल की मसरूफियत भरी जिंदगी का सबसे ज्यादा असर हमारी याददाश्त पर पड़ रहा है. घर, ऑफिस और जिम्मेदारियों के बोझ ने हमारी याददाश्क को कमजोर कर दिया है. दिमाग पर काम-काज का इतना दबाव रहता है कि हम जरूरी लेन-देन और खास दिनों को भी भूलने लगते हैं. उम्र बढ़ने का याददाश्त पर असर होता है ये हम सभी जानते हैं. मेडिकल भाषा में वैज्ञानिको का कहना है कि, याददाश्त तब कम होती है जब दिमाग में एमिलॉयट बीटा नामक प्रोटीन का स्तर बढ़ जाता है, जिसे नियंत्रित रखना जरूरी है. यह प्रोटीन बढ़ती उम्र के साथ बढ़ता है.
लेकिन इस कम उम्र में याददाश्त का कमजोर होना परेशानी की बात है. आप भी सामान रख कर भूल जाते है? जरूरी काम याद नहीं रहते? बच्चे का बर्थडे भूल जाते है? तो समझ जाइए आपकी याददाश्त प्रभावित हो रही है. याददाश्त को दुरुस्त रखने के लिए आपका वर्कआउट और आपकी डाइट दोनों जिम्मेदार है. आइए जानते हैं कि कौन सी एक्सरसाइज करें और डाइट में किन चीजों को शामिल करें कि याददाश्त दुरुरस्त रहे.
कॉफी दिमाग को ज़्यादा सतर्क और केंद्रित बनाता है
दिमाग को हेल्दी और मजबूत रखने के लिए डाइट पर भी ध्यान देना जरूरी है. कॉफी में कैफीन और एंटीऑक्सीडेंट होता है, जो याददाश्त को मजबूत करता है. यह कॉन्संट्रेशन भी बढ़ाता है, दिमाग को ज़्यादा सतर्क और केंद्रित बनाता है. अगर आप नियामित रूप से और सीमित मात्रा में कॉफी का सेवन करेंगे तो आपकी याददाश्त तेज होगी साथ ही न्यूरोलॉजिकल डिसीज से भी महफूज रहेंगे.
पालक का सेवन करे
पालक में आयरन, मैग्नीशियम और पोटेशियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो याददाश्त बढ़ाने और आपके सीखने की क्षमता बढ़ाता है. पालक में विटामिन बी 6, ई और फोलेट भी होता है. फोलेट अल्जाइमर और याददाशत कमजोर होने से बचाता है.
मछली याददाश्त को बढ़ाती है
लोग अक्सर मशविरा देते हैं कि याददाश्त तेज करना है तो मछली खाएं, वैज्ञानिकों ने भी इस बात को साबित कर दिया है कि मछली याददाश्त को बढ़ाती है. विशेषज्ञों के मुताबिक फिश ऑयल में ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है जो बच्चों के दिमाग और आंखों के विकास में मददगार है. फैटी फिश में ओमेगा-3 की मात्रा सबसे ज्यादा होती है इसे खाने से दिमाग तेज़ होता है.
चॉकलेट मूड को प्रभावित करती है
चॉकलेट खाने का शौक हर इन्सान को होता है. चॉकलेट मूड को प्रभावित करती है साथ ही याददाश्त को भी बढ़ाती है. विशेषज्ञों के मुताबिक, कोको में फ्लैवोनॉयड्स नामक एंटीऑक्सीडेंट्स होता है जो मस्तिष्क को स्वस्थ्य बनाए रखने में मदद करता है. इसे खाने से याददाश्त मजबूत होती है.
एक्सरसाइज जरूर करें
वैज्ञानिकों के मुताबिक याददाश्त तब कम होती है जब दिमाग मे एमिलॉयट बीटा नाम के प्रोटीन का स्तर बढ़ जाता है. हालांकि ये प्रोटीन उम्र बढ़ने पर ही बढ़ता है, लेकिन उम्र से पहले बढ़ने लगे तो आप इसे नियंत्रित करने के लिए एक्सरसाइज करें.पैदल चलने की आदत डालें. अगर आप रोजाना पैदल चलते हैं तो दिमाग को कमजोर करने वाला प्रोटीन नहीं. आप रोजाना 9 हजार कदम पैदल भी चलते हैं तो इस प्रोटीन का बढ़ना थम जाता है.
आठ घंटे की नींद लेना जरूरी
याददाश्त को मजबूत रखने के लिए अच्छी नींद भी बेहद जरूरी है.