बिहार। किसानों को लेकर मोदी सरकार द्वारा लाए गए बिल पर संग्राम जारी है. भारतीय किसान यूनियन समेत विभिन्न किसान संगठनों ने आज देशभर में चक्का जाम करने का एलान किया है. इसमें 31 संगठन शामिल हो रहे हैं। किसान संगठनों को कांग्रेस, RJD, समाजवादी पार्टी, अकाली दल, AAP, TMC समेत कई पार्टियों का साथ भी मिला है. इससे पहले पंजाब में तीन दिवसीय रेल रोको अभियान की गुरुवार से शुरुआत हो गई है. किसान रेलवे ट्रैक पर डटे हुए हैं और बिल को वापस लेने की मांग कर रहे हैं।
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कृषि बिल के खिलाफ ट्रैक्टर रैली निकाली है. इस दौरान तेजस्वी ने कहा कि सरकार ने हमारे ‘अन्नदात’ को ‘निधि दात’ के माध्यम से कठपुतली बना दिया है. कृषि बिल किसान विरोधी है. सरकार ने कहा था कि वे 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करेंगे, लेकिन ये बिल उन्हें और गरीब बना देगा. कृषि क्षेत्र का कॉर्पोरेटकरण किया गया है।
कृषि बिल के खिलाफ सड़क पर उतरे किसानों को स्थानीय लोगों का सहयोग मिल रहा है. पंजाब के संगरूर के बाजार बंद हैं. दुकानदारों का कहना है कि हमने दुकानें खुद अपनी मर्जी से बंद की है, क्योंकि अगर किसान नहीं बचेगा तो हमारे पास कौन आएगा. हम भी मर जाएंगे इसलिए हम किसानों का सहयोग दे रहे हैं. ऐसा पहली बार हुआ है कि पंजाब बंद बुलाने पर इतने बड़े स्तर पर खुद दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद की हो, वरना दिन के समय प्रदर्शनकारी बाजार में जाकर दुकानें बंद करवाते हैं।