लखनऊ: उत्तर प्रदेश में महिला सुरक्षा को लेकर चल रहे है। मिशन शक्ति का बड़ा असर देखने को मिल रहा है। मिशन शक्ति के तहत प्रदेश में मां,बहन व बेटियों के खिलाफ अपराध के केस में मिशन शक्ति का बड़ा असर हो गया है। प्रदेश में नौ दिन में 36 हजार दोषियों ने शपथपत्र देकर की छेड़छाड़ से तौबा कर ली है।
36 हजार दोषियों ने की छेड़छाड़ से तौबा
मिशन शक्ति के तहत पहले चरण में महिलाओं से छेड़छाड़ व बदसलूकी करने वाले 36 हजार से अधिक दोषियों को पुलिस ने सबक सिखाया है। एंटी रोमियो स्क्वायड ने उनसे भविष्य में दोबारा ऐसी गलती न करने के शपथपत्र भी लिए हैं। सुधारात्मक कार्रवाई की कड़ी में पुलिस ने शपथपत्र लेने के बाद संबंधित लोगों को कड़ी चेतावनी देकर छोड़ा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुरू किया था मिशन शक्ति
बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में 17 अक्टूबर को मिशन शक्ति का शुभारंभ करने के साथ ही महिलाओं से छेड़छाड़ करने वालों पर शिकंजा कसने के कड़े निर्देश दिए थे। मिशन शक्ति के तहत सूबे में महिलाओं की शिकायतों पर कार्रवाई का दायरा लगातार बढ़ रहा है। अभियान के तहत एक दिन में 1090 पर आई महिलाओं की 933 शिकायतों पर कार्रवाई की गई। वहीं मिशन शक्ति अभियान के तहत 17 से 25 अक्टूबर के बीच 112 के जरिये महिलाओं से जुड़ी 6932 शिकायतों पर भी कार्रवाई की गई है। इनमें घरेलू हिंसा की 5994 शिकायतें तथा छेडख़ानी के 938 मामले शामिल हैं।
प्रदेश में 1574 एंटी रोमियो स्क्वायड सक्रिय
अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि अभियान के तहत वूमेन पावर लाइन (1090), यूपी 112 तथा एंटी रोमियो स्कवायड को और तेज कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है। अवस्थी ने बताया कि विशेष अभियान के तहत सूबे में 1574 एंटी रोमियो स्क्वायड सक्रिय हैं। एंटी रोमियो स्क्वायड ने मिशन शक्ति के तहत 25 अक्टूबर तक 59,277 स्थानों पर 2.33 लाख से अधिक व्यक्तियों की चेकिंग की। इसमें 36,595 व्यक्तियों से शपथपत्र लेकर उन्हें छोड़ा गया। जिन लोगों से शपथपत्र लिए गए, उनमें 12,204 अभिभावक भी शामिल हैं।
उन्होंने आगे बताया कि महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलम्बन के लिए महिला पुलिसकर्मियों का दस्ता पूरे शहर में भ्रमण कर रहा है। इसके अन्तर्गत पिंक पेट्रोल के वाहन तथा 25 पिंक बूथ क्रियाशील हैं। इसके साथ ही 1524 व्यक्तियों पर हुई गुण्डा एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है।