आगरा: ताजमहल खुले हुए दो माह से अधिक हो चुके हैं. पर्यटन कारोबारियों को उम्मीद थी कि ताजमहल खुलेगा तो कारोबार फिर पटरी पर आ जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हो सका है. कई बड़े हैंडीक्राफ्ट एंपोरियम अभी भी बंद चल रहे हैं, जो खुले भी हैं उनमें पर्यटकों के नहीं आने से खर्चे भी नहीं निकल रहे.
इंटरनेशनल फ्लाइट व टूरिस्ट वीजा के अभाव में विदेशी पर्यटन ठप है
आगरा में काेरोना वायरस के संक्रमण ने पर्यटन कारोबार की कमर तोड़कर रख दी है. 17 मार्च को स्मारकों के बंद होने पर पर्यटन कारोबार पूरी तरह ठप हो गया था. 21 सितंबर को ताजमहल और आगरा किला खुले, जबकि अन्य स्मारक एक सितंबर को ही खुल गए थे. ताजमहल खुले हुए दो माह से अधिक का समय बीत चुका है. ताजमहल पर कैपिंग लागू है और इंटरनेशनल फ्लाइट व टूरिस्ट वीजा के अभाव में विदेशी पर्यटन ठप है. भारतीय पर्यटक आ भी रहे हैं तो वो टिकट उपलब्ध नहीं होने की समस्या से जूझ रहे हैं. पर्यटकों के दिन के दिन आकर शाम को ही वापस लौटने से होटल भी खाली हैं. वीकेंड में ही थोड़े कमरे लगते हैं, लेकिन उससे खर्चे भी नहीं निकलते. इससे पर्यटन कारोबारियों को बड़ा नुकसान झेलना पड़ रहा है.
ताजमहल की कैपिंग को बढ़ाया जाना चाहिए . इससे पर्यटकों को यहां से निराश होकर नहीं लौटना पड़ेगा. अभी एंपोरियम बंद कर रखा है. इंटरनेशनल फ्लाइट व टूरिस्ट वीजा सर्विस शुरू होने के बाद ही बात बन पाएगी.
सुनील कुमार, हैंडीक्राफ्ट स्टोर संचालक
शाप खोले हुए डेढ़ माह हो चुका है, लेकिन बहुत कम सेल हुई है. गेस्ट हाउस में अगले वर्ष के लिए भी कोई बुकिंग या क्वेरी नहीं है. कोरोना की वैक्सीन आने के बाद ही पर्यटन कारोबार धीरे-धीरे पटरी पर आ पाएगा.