आजमगढ़। बीते दिनों निलेश कुमार सिंह निवासी ग्राम सुरहन थाना दीदारगंज जनपद आजमगढ़ ने थाना दीदारगंज पर शिकायत दर्ज कराई थी कि 30 दिसंबर को मेरे भाई राकेश कुमार सिंह को दावत खिलाने के लिए सलीम पुत्र अकबाल ग्राम बेलवाना थाना बरदह जनपद आजमगढ़ मेरे घर आया तथा शाम करीब 6 बजे मेरे भाई को साथ ले गया। उसके बाद अगले दिन 31 दिसंबर को सुबह 8 बजे मेरे भाई राकेश कुमार सिंह का शव सुरहन (कोटिया) मार्टिनगंज से दीदारगंज जाने वाली रोड के किनारे मिला। सलीम व अन्य लोगों ने मिलकर मेरे भाई की हत्या की। इस सूचना पर थाना स्थानीय पर पंजीकृत किया गया।
घटना के अनावरण एवं अभियुक्त की गिरफ्तारी
एसपी सुधीर कुमार सिंह द्वारा मामले को तत्काल संज्ञान में लेकर क्षेत्राधिकारी फूलपुर व थाना प्रभारी दीदारगंज को घटना के अनावरण एवं अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए निर्देशित किया गिया। इस क्रम में अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण सिद्धार्थ एव क्षेत्राधिकारी के कुशल निर्देशन में थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह और उनकी टीम ने वांछित अभियुक्त सलीम को भादो मोड़ पर पहुंचकर पकड़ लिया।
मोटरसाईकल व अन्य सामग्री के बारे में पूछताछ
अभियुक्त से मृतक की मोटरसाईकल व अन्य सामग्री के बारे में पूछताछ करने पर अभियुक्त की निशानदेही पर मृतक की मोटर साइकिल (प्लेटिना), टोपी व झोले को भादो सोंगर मार्ग उत्तर स्थित ईंट के भट्ठे से बरामद किया गया। इसके बाद अभियुक्त से मृतक राकेश कुमार सिंह की हत्या के संबंध में कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने बताया कि उसने राधेश्याम पुत्र लोकई यादव निवासी दुबरा थाना-बरदह, आजमगढ़, अनन्त राय पुत्र प्रभात राय ग्राम बेलवाना थाना-बरदह, आजमगढ़, सत्यम राय पुत्र विजेन्द्र सा0 गोरिया थाना-बिलरियागंज, आजमगढ़, सोनू सिंह उर्फ धर्मेन्द्र सिंह पुत्र माया शंकर सिंह ग्राम दुबरा थाना बरदह, आजमगढ़, सोनू पुत्र अज्ञात पता अज्ञात के साथ मिलकर हत्या की थी।
मृतक के घर जाकर मृतक के मोटर साईकिल से मौजा बाजार ले गए
पुलिस पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि सलीम व अनन्त राय द्वारा राकेश सिंह से 6 लाख रुपए उधार लिए थे तथा पैसा वापस नहीं कर पा रहें थे। इसी प्रकार अभियुक्त सोनू उर्फ धर्मेन्द्र सिंह भी अपनी बहन की शादी के लिए मृतक राकेश सिंह से 3 लाख रुपए लिए थे। अभियुक्तगण द्वारा पैसा वापस न कर पाने की स्थिति राकेश सिंह द्वारा पैसा देने का दबाव बनाया जा रहा था। इसी बात को लेकर सलीम, राधेश्याम यादव, सत्यम राय, अनन्त राय द्वारा साजिश रचकर अभियुक्त सलीम द्वारा फोन पर बात कर मृतक के घर जाकर मृतक के मोटर साईकिल से मौजा बाजार ले गए तथा वहीं से ह्युंडई कार से अभियुक्तगण सलीम, राधेश्याम यादव, सत्यम राय, अनन्त राय तथा राकेश के साथ बैठकर जौनपुर बाटी-चोखा रेस्टोरेंट ले गए।
जहां पर पहले से ही सोनू सिंह इंतजार कर रहे थे। होटल पर ही खाना खाकर वापस आते समय राकेश सिंह को गाड़ी में आगे की सीट पर बैठाकर पीछे से पकड़कर चाकू से मारकर हत्या कर दी गई तथा लाश को सुरहन कोटिया गांव के पास फेंक दिया गया।