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यूपी के ‘बदायूं’ में निर्भया कांड, सुलगने लगी सियासत, दो आरोपी गिरफ्तार

बदायूं। उत्तर प्रदेश के बदायूं में निर्भया कांड जैसा मामला सामने आया है। यहां एक आंगनवाड़ी सहायिका की गैंगरेप के बाद हत्या कर दी गई। उनकी उम्र 50 साल थी। पोस्टमॉर्टम में उनके शरीर में गंभीर चोटें पाई गई हैं। पुलिस के मुताबिक, परिजनों द्वारा लिखित तहरीर व पीएम रिपोर्ट के आधार पर आईपीसी धारा 376 डी व 302 का मुकदमा पंजीकृत किया गया है। एसपीआरए के पर्यवेक्षण तथा सीओ के नेतृत्व में अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए चार टीमें गठित कर दो अभियुक्तों की गिरफ्तारी कर ली गई है।

वहीं राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि मैंने इसका तुरंत संज्ञान लिया है। चिट्ठी लिखने के साथ-साथ मेरी एक सदस्य बदायूं जा रही हैं। वे परिवार और पुलिस से मिलेंगी और देखेंगी की इसमें कार्रवाई ठीक से हुई है या नहीं। अगर हुई है तो कितनी हुई है।

प्राईवेट पार्ट में रॉड डालने की पुष्टि

आंगनवाड़ी सहायिका पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में नही गैंगरेप के बाद हत्या व प्राइवेट पार्ट में रॉड जैसी चीज डालने की पुष्टि हुई है। आंगनवाड़ी सहायिका के शरीर पर चोट के गम्भीर निशान भी मिले हैं। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पसली,पैर फेंफड़े भी डैमेज हुए हैं। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद पुलिस के आलाधिकारी भी अचंभित हैं।

लापरवाह थानाध्यक्ष निलंबित

गैंगरेप के बाद हत्या के मामले में लापरवाही बरतने व घटना को दबाने के मामले में थानाध्यक्ष राघवेंद्र प्रताप सिंह को एसएसपी संकल्प शर्मा ने निलंबित कर दिया है। थानाध्यक्ष ने पुलिस के आलाधिकारी को ग़ुमराह करते हुए बताया था की महिला की कुएं में गिरने से मौत हुई है, लेकिन ग्रामीणों व परिजनों के हंगामे के बाद थानाध्यक्ष की लापरवाही उजगार हुई। जब एसएसपी ने संकल्प शर्मा ने थानाध्यक्ष को निलंबित कर कार्यवाही की है।

क्या है मामला ?

घटना उघैती थाना इलाके के एक गांव की है। पीड़ित पक्ष का कहना है कि महिला हर दिन की तरह रविवार को भी नजदीक के गांव के मंदिर में पूजा करने गई थीं। यहां मंदिर के पुजारी, उनके एक चेले और ड्राइवर ने महिला से दुष्कर्म किया। इसके बाद हत्या कर दी। देर रात पुजारी अपनी जीप से आया और दरवाजे पर महिला का शव फेंककर चला गया।

शव 18 घंटे बाद पोस्टमार्टम के लिए भेजा

पीड़ित पक्ष का आरोप है कि उघैती के थानेदार रावेंद्र प्रताप सिंह ने उनकी फरियाद नहीं सुनी। मौके का मुआयना भी नहीं किया। घटना के करीब 18 घंटे बाद सोमवार दोपहर में लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। परिजनों की माने तो उन्होंने उघैती थाना पुलिस को पूरे मामले की जानकारी दी, लेकिन पुलिस परिजनों को गुमराह कर थाने के चक्कर कटवाती रही। पुलिस ने पहले तो आंगनवाड़ी सहायिका की गैंगरेप के बाद हत्या की घटना को झूठा बताकर कुएं में गिरने मौत होने की बात कही।

आलाधिकारियों के संज्ञान में आने व मीडिया में मामला आने के बाद पुलिस ने आंगनवाड़ी सहायिका के घर वालों की तहरीर पर महंत सत्यनारायण, चेला वेदराम व ड्राइवर जसपाल के खिलाफ गैंगरेप के बाद हत्या की धाराओं में केस दर्ज किया,लेकिन पुलिस ने 4 जनवरी को आंगनवाड़ी सहायिका के शव पोस्टमॉर्टम न कराकर 5 जनवरी को करीब 48 घंटे बाद कराया।

सुलगने लगी सियासत

आंगनवाड़ी सहायिका की गैंगरेप के बाद हत्या की घटना पर अब राजनीति सुलगने लगी है। इस घटना को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर हो गया है। अब कांगेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने बदायूं गैंगरेप कांड को लेकर योगी सरकार पर बड़ा हमला बोला है। प्रियंका गांधी ने कहा कि हाथरस में सरकारी अमले ने शुरुआत में फरियादी की नहीं सुनी। सरकार ने अफसरों को बचाया और आवाज को दबाया। वहीं बदायूं में थानेदार ने फरियादी की नहीं सुनी। घटनास्थल का मुआयना तक नहीं किया।

प्रियंका गांधी ने कहा कि महिला सुरक्षा पर यूपी सरकार की नियत में खोट है। वहीं, यूपी कांग्रेस के ऑफिशियल ट्वीटर अकाउंट से भी योगी सरकार को आड़े हाथों लिया गया है। कांग्रेस के ट्वीटर हैंडल ने लिखा कि बदायूं में 50 वर्षीय महिला के साथ गैंगरेप किया गया। दरिंदो ने हैवानियत के बाद गुप्तांग में रॉड डाली।

पैर, फेफड़े और पसलियों को भी चोट पहुंचाई गयी। आदित्यनाथ की पुलिस ने केस को छुपाने के लिए 2 दिन तक पोस्टमार्टम नहीं कराया। आखिर आदित्यनाथ कब तक अपनी नाकामी पर पर्दा डालते रहेंगे?

इस घटना को लेकर सरकार पर हमला बोला है

यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने भी इस घटना को लेकर सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में महिला सुरक्षा सिर्फ प्रचार और सरकार के भाषणों में सिमट कर रह गई है। बदायूं में महिला के साथ निर्भया जैसी हैवानियत ने समूचे प्रदेश को फिर शर्मसार किया है। सत्ता में चूर सरकार ने इस मामले को भी दबाने की कोशिश की है।

आरजेडी के ट्वीटर हैंडल से योगी की सरकार पर कड़ा प्रहार

इस घटना पर राष्ट्रीय जनता दल की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। आरजेडी के ट्वीटर हैंडल से योगी की सरकार पर कड़ा प्रहार किया गया है। लिखा कि मोदी मीडिया इस जघन्य बलात्कार पर चुप रहेगा, क्योंकि यूपी में बीजेपी की सरकार है और सरकार एक मठ के निठल्ले बाबा चला रहे है।सरकार चलाने वालों की सामाजिक पृष्ठभूमि क्या है? यह गोदी मीडिया के लिए बहुत महत्वपूर्ण बन जाता है, अन्यथा तो अब तक जंगलराज और पता नहीं क्या-क्या उपमाएं दे दी जाती?

50 वर्षीय आंगनवाड़ी सहायिका के साथ गैंगरेप

बदायूं में आंगनवाड़ी सहायिका से गैंगरेप-हत्या कांड पर अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। सपा ने ट्वीटर पर लिखा कि यूपी के बदायूं में पूजा करने गई 50 वर्षीय आंगनवाड़ी सहायिका के साथ गैंगरेप और फिर उसके बाद उसकी निर्मम हत्या ने संपूर्ण मानवता को शर्मसार कर दिया है। डूब मरें सत्ताधीश जो महिला सुरक्षा के सिर्फ झूठे दावे किया करते हैं। दोषियों को जल्द से जल्द सजा मिले और न्याय हो।

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