मिर्ज़ापुर: टीआरपी (TRP- टेलीविजन रेटिंग प्रोग्राम) को लेकर मुंबई में दर्ज एक मुकदमे के बाद अब एक इसके तार उत्तर प्रदेश से भी जुड़ते नज़र आ रहें हैं। मुंबई क्राइम ब्रांच ने मिर्ज़ापुर से एक आरोपित को पकड़ा तो सारी गहरी साजिश की कडियां जुड़ती चली गईं। मुंबई क्राइम द्वारा पकडे गए आरोपित ने बताया कि टीआरपी बढ़ाने के लिए पूरा एक रैकेट काम करता है, जिसमें घर में सेटअप बाक्स उपलब्ध कराने से लेकर चैनल को दर्शक को फ्री में दिखाने तक के ऑफर शामिल हैं। इससे एक ही चैनल को दर्शक दिन भर देखकर टीआरपी को बढ़ाने में जहां मदद करता है वहीं इसके लिए काम करने वालों को टीवी चैनलों की ओर से मोटी रकम का भुगतान किए जाने की भी जानकारी मिली है।
आरोपित को लिया गया रिमांड पर
पकडे गए आरोपित विनय कुमार त्रिपाठी पुत्र राजेंद्र त्रिपाठी निवासी तुलापुर को मुंबई पुलिस ने सोमवार की देर रात कछवां पुलिस के सहयोग से तुलापुर गांव से गिरफ्तार किया था। पकड़े गए आरोपित को पुलिस ने मंगलवार की सुबह सीजीएम कोर्ट में पेश किया। पुलिस की मांग पर न्यायालय द्वारा आरोपित को ट्रांजिट रिमांड पर ले जाने की अनुमति दिए जाने के बाद पुलिस उसे फ्लाइट से मुंबई लेकर मंगलवार को ही रवाना हो गई।
इस तरह चलाया जाता था धंधा
आरोपित विनय ने बताया कि टीवी चैनल का बीआरसी मशीन घरों में लगा रहता है। जिन घरों में बीआरसी मशीन लगी होती है वहां पर रुपये देकर आपरेटर के साथ मिलकर किसी भी टीवी चैनल की टीआरपी बढ़ाने और घटाने का काम कंपनी के लिए यह लोग करते थे। चैनल से मिलकर उनके टीआरपी बढ़ाने और घटाने जैसा अपराध बड़ी ही सफाई के साथ अब तक किया जाता रहा है। किसी भी टीवी चैनल का टीआरपी बढ़ा देना और घटा देना इनके लिए बाएं हाथ का खेल है। इसमें आपरेटर की संलिप्तता होती है, जिसके आधार पर ही ये कंपनी के लोग मिलकर खेल करते हैं।